चाईबासा: स्लो डाउन से पहली पाली में हजारों टन लौह अयस्क उत्खनन का नुकसान
अनिश्चितकाल के लिए स्लो डाउन आंदोलन किया शुरू
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं पूर्व सांसद गीता कोड़ा की दिशा निर्देशन में संयुक्त यूनियनों ने गुरुवार से अनिश्चितकाल के लिए स्लो डाउन आंदोलन शुरू कर दिया है।
चाईबासा: संयुक्त यूनियनों द्वारा चार सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार सुबह से ही सावेल ऑपरेटर एवं डंपर आपरेटर ने स्लो डाउन कर पहले पाली में मात्र 12 सौ टन ही लौह अयस्क का उत्खनन किया। जबकि गुवा सेल खदान में तीन पाली में उत्खनन किया जाता है। जिसमें पहला पाली में ही 4 हजार 5 सौ टन लौह अयस्क का उत्खनन किया जाता है।
ओएचपी मेकेनिकल से मिली जानकारी अनुसार पहले दिन पहले ही पाली में मजदूरों के आंदोलन से सेल प्रबंधन को लाखों का नुकसान हुआ है। बाकी दो पालियों का रिपोर्ट शुक्रवार सुबह मिलेंगी। ज्ञात हो कि मजदूरों ने संयुक्त यूनियनों के बैनर तले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं पूर्व सांसद गीता कोड़ा के दिशा निर्देशन में चार सूत्री की मांग को लेकर सेल प्रबंधन के साथ कई दौर की बैठक की गई थी।
परंतु बैठक में मजदूरों की मांगों को सेल प्रबंधन द्वारा नजर अंदाज किए जानें पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं पूर्व सांसद गीता कोड़ा की दिशा निर्देशन में संयुक्त यूनियनों ने गुरुवार से अनिश्चितकाल के लिए स्लो डाउन आंदोलन शुरू कर दिया है। संयुक्त यूनियनों में झारखंड मजदूर संघर्ष संघ, बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन इंटक, सप्लाई मजदूर संघ, सारंडा मजदूर संघ, सीटू, झारखंड मजदूर मोर्चा शामिल हैं।