चाईबासा: जिप सदस्य मानसिंह तिरिया ने लगाया आरोप, सीएस की लापरवाही के चलते जगन्नाथपुर सीएचसी में हुई मरीज की मौत
सीएचसी प्रभारी का हुआ तबादला, एक अन्य डॉक्टर छुट्टी पर
पहले डॉक्टर की व्यवस्था करते, उसके बाद डॉक्टर का तबादला करना चाहिए था। यदि तत्काल डॉक्टर बहाल नहीं हुअ और व्यवस्था में सुधार नहीं आया तो आंदोलन किया जायेगा
चाईबासा: जिले के जगन्नाथपुर प्रखंड मुख्यालय अंतर्गत जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थय केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जयश्री किरण के अचानक आनन फानन में सिविल सर्जन सुशांत माझी के द्वारा प्रशासनिक दृष्टीकोण का हवाला देते हुए प्रतिनियुक्ति रद्द कर दिया गया और रातों रात जगन्नाथपुर से हटा दिया गया। जबकि जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में पदस्थापित एक चिकित्सक डॉ. हेस्सा छुट्टी पर हैं और एक अन्य डॉक्टर जैंतगढ़ पीएचसी में पदस्थापित है और वह योगदान देने के बाद ही पिछले डेढ़ वर्ष से गायब है। कहा यह भी जा रहा है कि वह टाटा स्टील जोड़ा में कार्यरत है और इससे संबंधित शिकायत सिविल सर्जन को प्रभार प्रभारी चिकित्सक की ओर से पूर्व में दी गई है लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इधर प्रभार प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जयश्री किरण को अचानक जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थय केंद्र के प्रभार से हटाने के बाद से जगन्नाथपुर सीएचसी में डॉक्टर विहीन हो गया है। जिसके कारण शनिवार को ओपीडी पूर्ण रूप से बंद रहा, जिसके कारण कई मरीजों को इलाज कराये बगैर लौटना पड़ा। हालात तब गड़बड़ हुई जब एक गंभीर अवस्था में हाटगम्हरिया प्रखंड से एक मरीज ईलाज के लिए जगन्नाथपुर अस्पताल पहूंचा तब वहां उक्त मरीज को बोला गया कि जगन्नाथपुर सीएचसी में डॉक्टर नहीं होने के कारण ओपीडी बंद है, यहां ईलाज नहीं हो पायेगा, तबतक डॉ जयश्री किरण को इसकी सूचना मिली कि एक मरीज की तबियत काफी खराब है, तो आननफानन में वह आई लेकिन मरीज की ईलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं मृतक के भाई का कहना था कि यदि ओपीडी में डॉक्टर होता तो उसके भाई की जान बच सकती थी। लेकिन डॉक्टर ही नहीं है।
इस दौरान जिप सदस्य जगन्नाथपुर मानसिंह तिरिया अपने पत्नी को लेकर ईलाज कराने पहुंचा तो उन्हें भी वही जबाब मिला की यहां डॉक्टर नहीं है, डॉक्टर छुट्टी पर चला गया है और वर्तमान प्रभारी का तबादला रात में ही कर दिया गया है। इस मामले को लेकर मानसिंह तिरिया नें सीएस सुशांत माझी को मोबाइल फोन पर जानकारी देते हुए कहा कि डॉक्टर के नहीं होने के कारण लोगों का ईलाज नहीं हो रहा है, जिससे लोग परेशान हैं। इलाज के अभाव में एक व्यक्ति की मौत हो गई, इसका जिम्मेवार आप होंगे। पहले डॉक्टर की व्यवस्था करते, उसके बाद डॉक्टर का तबादला करना चाहिए था। यदि तत्काल डॉक्टर बहाल नहीं हुअ और व्यवस्था में सुधार नहीं आया तो आंदोलन किया जायेगा। जिप सदस्य ने कहा कि डॉक्टर नहीं है और डॉक्टर का रात में अचानक तबादला कर दिया गया। आज जिस मरीज की मौत हुई इसके भी जिम्मेदार सीएस ही हैं। कहा यदि ओपीडी में डॉक्टर उपलब्ध रहता तो उस मरीज की जान नहीं जाती। वहीं सीएस सुशांत माझी नें कहा कि डॉक्टर जा रहा है लेकिन अब तक ना डॉक्टर आया और ना ही ओपीडी शुरू हुई।