जमुई के प्रवीण कुमार ने IAS में लाया 7th रैंक, जसीडीह से की पढाई, चकाई में है पिता की दवा दुकान
पटना : बिहार के जमुई जिले के रहने वाले प्रवीण कुमार ने सिविल सेवा परीक्षा 2000 में सातवां स्थान लाया है। वे बिहार के उन तीन छात्रों में शामिल हैं, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में टॉप 10 में जगह बनायी है। बिहार के ही कटिहार के शुभम कुमार इस बार टॉपर बने हैं।

उन्होंने कहा है कि उनके माता-पिता की मेहनत की बदौलत वे अच्छा जीवन जी रहे थे। उन्होंने उन्हें अपना प्रेरणा स्रोत बताया। उन्होंने कहा कि उन्हें लगा कि आइएएस में आकर समाज के लिए कुछ पॉजिटिव किया जा सकता है। उनकी इच्छा होमलेस बच्चों के लिए काम करने की है।
प्रवीण कुमार ने किसी कोचिंग संस्थान को ज्वाइन किए बिना यह सफलता अर्जित की है। हालांकि उन्होंनें कोचिंग संस्थानों के नोट्स पढाई के लिए जरूर लिए थे। वे कहते हैं बिहार में शिक्षा एवं स्वास्थ्य की समस्याएं हैं और इसके लिए काम करना चाहेंगे व गरीब व होमलेस बच्चों के लिए छात्रावास का निर्माण कराएंगे।
प्रवीण कुमार के पिता सीताराम वर्णवाल चकाई में दवा की दुकान चलाते हैं। उनके पिता की चकाई बाजार में दवा की एक साधारण-सी दुकान है और बड़ी मेहनत व संसाधन जुटा कर बेटे को पढाया है। उनकी मां वीणा देवी बेटे की खुशी से गदगद हैं और कहती हैं कि वे समाज के लिए काम करेगा। प्रवीण कुमार ने जसीडीह के रामकृष्ण स्कूल से पढाई की और फिर पटना से पढाई की।
