#Video: अनजान वृद्ध को बड़े मान से रखा है, उन्हें उनके परिवार से मिलाने की उम्मीद बन आई रूना
रांची : हटिया, अबुल कलाम चौक कचनार टोली के पास एक अनजाने वृद्ध को नवम्बर 2019 से ही शेख
फजलुद्दीन और उनके पूरे परिवार ने बड़े मान के साथ रखा है। इन्हें इनके घर भेजने की कई कोशिश की गई लेकिन परिणाम न निकला। परिवार वालों ने पीसीआर को वृद्ध की जानकारी दी पर कोई मदद नहीं मिली। तब से अब तक इस वृद्ध का आश्रय यह परिवार बना हुआ है। लॉकडाउन के समय भी इनकी सेहत का पूरा ख़्याल रखा गया। लेकिन इस परिवार का दुःख यही है कि इस वृद्ध को इनके घर कैसे पहुंचेगे?

परिवार के साथ काफी घुलने मिलने के बाद वृद्ध ने कुछ बातचीत की और बताया कि इनका नाम राधेश्याम यादव, इनकी उम्र लगभग 65 से 70 के बीच की है। गोरखपुर के रहने वाले हैं। एक बेटा जो अविवाहित है, उसका नाम भोला उर्फ सुखलाल बताते हैं। एक बेटी भी है उनका नाम माया बताते हैं। बताते हैं कि मेरी बेटी की शादी हो गई है। अपने भाई का नाम रामचंद्र यादव बताते हैं। लक्ष्मीपुर स्टेशन से नजदीक है लक्ष्मीपुर गांव के बगल में पिरहट्टा बड़ौली , चिचोली, पिरोना, यह सब गांव का नाम बता रहे हैं।
परिवार वालो ने रांची की समाजसेवी रूना मिश्रा शुक्ला से इस वृद्ध के बारे में बताया। रूना मिश्रा ने इस वृद्ध से मिलकर बात की। रूना मिश्रा ने बताया कि इनकी भाषा भोजपुरी लगती है। उन्होंने वृद्ध से काफी देर बात की तो पता चला कि हापुड़ स्टेशन से हटिया स्टेशन आ गये। वृद्ध का घर लक्ष्मीपुर और ये हापुड़ के किसी गुड़ मील में दिहाड़ी मजदूरी करते थे। भाई का नाम राम चन्द्र यादव जो कम्पेयरगंज में रहता है। बेटी का नाम माया जो अद्रोना गांव में रहती है। रूना मिश्रा ने अपने स्तर से इनके परिवार को ढूंढने की कोशिश शुरू कर दी है। इनके साथ खलारी के मुन्नू शर्मा भी वृद्ध को इनके परिवार से मिलाने के लिए प्रयासरत हैं।
