बजट सत्र के पहले दिन भाजपा ने किया हंगामा, मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देने की उठी मांग
रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन भाजपा के विधायकों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया।जिस कारण सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई। भाजपा के विधायकों का कहना है कि बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर बैठाया जाए। वहीँ भाजपा विधायक विरंची नारायण का कहना है कि मरांडी को अगर नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं मिला, तो सदन को भी नहीं चलने दिया जाएगा। हंगामे के दौरान सत्ता पक्ष के विधायक भी थोड़ी देर के लिए वेल में पहुँच गये।
इसके बाद शोक प्रस्ताव के दौरान पिछले सत्र से लेकर वर्तमान सत्र तक सभी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजली दी गयी। साथ ही दिल्ली हिंसा और चाईबासा नरसंहार में मारे गये लोगों को भी श्रद्धांजली दी गयी। इस दौरान जब स्पीकर ने भाजपा की ओर से सीपी सिंह को शोक प्रकट करने के लिए बुलाया, तब उन्होंने कहा कि शोक प्रकाश के लिए बाबूलाल मरांडी को आमंत्रित करना बेहतर होता। लेकिन ऐसे अवसर पर राजनीति न करते हुए स्पीकर के आदेशानुसार शोक प्रकाश के दायित्व का निर्वहन किया। उन्होंने कहा कि जब भाजपा की ओर से सीपी सिंह को शोक प्रकाश का दायित्व मिलेगा, तो इसके लिए पहले से शोक प्रकाश की क्यों नहीं दी गयी।
जानकारी हो कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुक्रवार से शुरू हुआ है, जो कि एक माह तक चलेगा। वहीँ 3 मार्च को वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उराँव पेश करेंगे। इसके अलावे 2, 16 और 23 मार्च को मुख्यमंत्री प्रश्नकाल होगा, जिसमें सीएम हेमंत सोरेन सदस्यों द्वारा पूछे गये नीतिगत मामलों के सवालों का जवाब देंगे। इस एक माह तक चलने वाले सत्र में कुल 18 कार्यदिवस होंगे। जिसमें चार से छह मार्च तक बजट पर बहस होगी। इसके अलावा 12-13 मार्च, 17-20 मार्च एवं 23 से 24 मार्च को अनुदान मांगो पर बहस होगी और इसी दिन सरकार जवाब भी देगी।