नवजोत सिंह सिद्धू इस्तीफे के बाद दिया पहला बयान, केद्रीय मंत्री बोले उनकी शैली असंतुलित आदमी की है
चंडीगढ : कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को पहला बयान दिया है। वहीं, उनके अगले राजनीतिक कदम को लेकर अटकलें हैं और कांग्रेस ने अपने ढीले पेंच को कसना शुरू कर दिया है। इस क्रम में मंगलवार शाम सिद्धू समर्थक एक मंत्री के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज सचिवालय में राज्य कैबिनेट की बैठक बुलायी है। कांग्रेस हाइकमान भी अब सिद्धू को अधिक भाव देने के मूड में नहीं है और उनका विकल्प तलाशा जा रहा है।
पंजाब: मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज चंडीगढ़ में राज्य सचिवालय में राज्य कैबिनेट की बैठक बुलाई है।
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 29, 2021
नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफे के बाद कहा कि वे हाइकमान को गुमराह नहीं कर सकते और न ही गुमराह होने दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ने के लिए, पंजाब के लोगों की जिंदगी को बेहतर करने के लिए किसी भी चीज की कुर्बानी मैं दूंगा। इसके लिए मुझे कुछ सोचने की ज़रूरत नहीं है। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, मेरा 17 साल का राजनीतिक सफर एक मकसद के लिए रहा। पंजाब के लोगों की जिंदगी को बेहतर करना और मुद्दों की राजनीति पर स्टैंड लेकर खड़ा रहना यही मेरा धर्म है। मेरी आज तक किसी से कोई निजी लड़ाई नहीं रही।
मैं न हाईकमांड को गुमराह कर सकता, न गुमराह होने दे सकता। इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ने के लिए, पंजाब के लोगों की ज़िन्दगी को बेहतर करने के लिए किसी भी चीज की कुर्बानी मैं दूंगा। इसके लिए मुझे कुछ सोचने की ज़रूरत नहीं है: नवजोत सिंह सिद्धू pic.twitter.com/bIA7brWVRo
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वहीं, पंजाब से आने वाले कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, पंजाब में जो घटनाक्रम पिछले कुछ दिनों में घटा, वो दुर्भाग्यपूर्ण था। अगर पंजाब की अस्थिरता पर किसी को खुशी है तो वो पाकिस्तान को है। उनको लगता है कि पंजाब में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है तो उनको फिर अपने काले मंसूबों को अंजाम देने का एक और मौका मिलेगा।
मुझे ये बात कहने में बिल्कुल भी संकोच नही है कि जिन लोगों को ज़िम्मेदारी दी गई थी वो पंजाब को समझ नहीं पाए… चुनाव एक पहलू है पर राष्ट्र हित दूसरा पहलू है। पंजाब की राजनीतिक स्थिरता को बहाल करने की ज़रूरत है: मनीष तिवारी, कांग्रेस सांसद pic.twitter.com/CL6W1wElgJ
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उन्होंने कहा, मुझे ये बात कहने में बिल्कुल भी संकोच नहीं है कि जिन लोगों को ज़िम्मेदारी दी गयी थी वो पंजाब को समझ नहीं पाए, चुनाव एक पहलू है पर राष्ट्र हित दूसरा पहलू है। पंजाब की राजनीतिक स्थिरता को बहाल करने की ज़रूरत है।
वहीं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने कहा, कांग्रेस बिना ड्राइवर की गाड़ी हो गयी है या जो ड्राइवर बैठा है वो स्वयं ही नहीं सोच रहा कि गाड़ी किधर ले जानी है। इसी क्रम में उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपमानित किया, नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया।
उन्होंने कहा सिद्धू ऐसी ही मानसिकता के व्यक्ति रहे हैं। उनके काम करने की शैली असंतुलित आदमी की है। वे महत्वाकांक्षा के लिए देश की कैसी स्थिति बनेगी, देश की सुरक्षा पर क्या प्रभाव पड़ेगा की चिंता नहीं करते। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सही कहा था कि ये व्यक्ति भरोसे के लायक नहीं है।
सिद्धू ऐसी ही मानसिकता के व्यक्ति रहे हैं। उनके काम करने की शैली असंतुलित आदमी की है। वे महत्वाकांक्षा के लिए देश की कैसी स्थिति बनेगी, देश की सुरक्षा पर क्या प्रभाव पड़ेगा की चिंता नहीं करते। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सही कहा था कि ये व्यक्ति भरोसे के लायक नहीं है: अजय मिश्रा टेनी https://t.co/YBZXixepH2
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