बिरसा जयंती को देश जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाएगा, केंद्र का फैसला
नयी दिल्ली : 15 नवंबर को बिरसा मुंडा जयंती को देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। यह दिवस हर साल मनाया जाएगा जिससे आदिवासी समाज के गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक विरासत को मान्यता मिलेगी।

बिरसा मुंडा ने अंग्रेज शासन के खिलाफ उलगुलान शुरू किया था और उनके संघर्ष का हर समुदाय में विशेष सम्मान है। उन्हें आदिवासी समुदाय सहित कई अन्य तबके के द्वारा भगवान की तरह पूजा जाता है। मालूम हो बिरसा जयंती के दिन 15 नवंबर को ही झारखंड राज्य का गठन हुआ था और इसे राज्य स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान का उदघाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को बिरसा जयंती के मौके पर रांची के पुराने जेल परिसर में बनाए गए बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान का उदघाटन करेंगे। यह उदघाटन कार्यक्रम वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए होगा और पीएमओ ने इसकी पुष्टि कर दी है। 142 करोड़ रुपये की लागत से उद्यान सह संग्राहलय बना है। इसमें 117 करोड़ रुपये राज्य सरकार ने खर्च किया है और 25 करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने खर्च किया है। यहां बिरसा मुंडा की 25 फीट की प्रतिमा स्थापित की गयी है।
