केंद्रीय हज कमेटी ने जारी किया गाइडलाइन, इम्बार्केशन प्वाइंट से हटा रांची
रांचीः केंद्रीय हज कमेटी (Central Haj Committee) ने कोरोना महामारी को देखते हुए हज यात्रियों के लिए नई दिशा-निर्देश (New guidelines) जारी किया है. नए नियम के अनुसार 18 वर्ष से कम और 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को हज यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी. इस संबंध में केंद्र ने राज्य सरकार को पत्र भेज दिया है.पत्र में कोरोना महामारी का हवाला दिया गया है.

हज यात्रा पर जाने-वाले लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के साथ-साथ फेस मास्क, ग्लबस का प्रयोग करना अनिवार्य होगा. कोरोना महामारी को देखते हुए रांची एयरपोर्ट से सउदी अरब की फ्लाइट नहीं मिलेगी. इसके लिए झारखंड के हज यात्रियों (Haj pilgrims) को कोलकता से जेद्दा तक सीधे फ्लाइट की सुविधा मिलेगी. केंद्रीय हज कमेटी ने रांची एयरपोर्ट (Ranchi Airport) को इम्बार्केशन प्वाइंट से हटा दिया है.
पूरे देश में 10 इम्बार्केशन प्वाइंट
कोरोना काल को देखते हुए एयर इंडिया के साथ विभिन्न एजेंसियों के फीडबैक पर इम्बार्केशन प्वाइंट (Embarkation point) की संख्या घटा दिया गया है. वर्तमान में पूरे देश में 10 इम्बार्केशन प्वाइंट बना गया है. जो पहले की संख्या में कम है. पहले यात्रियों को पूरे देश में 21 इम्बार्केशन प्वाइंट से सउदी अरब (Saudi Arabia) की फ्लाइट की सुविधा मिलता था. वर्तमान में केंद्र हज कमिटी द्वारा निर्धारित इम्बार्केशन प्वाइंट अहमदाबाद बेंगलुरु, कोच्ची, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और श्रीनगर में बनाया गया है.
हज यात्री की होगी कोरोना टेस्ट
हज पर जाने वाले लोगों को 72 घंटा पहले निकटतम इम्बार्केशन प्वाइंट पर पहुंचना होगा. यहां पर सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया जायेगा. कोरोना रिपोर्ट निगेटिव (Corona Report Negative) आने के बाद यात्रियों को हज की अनुमति मिलेगी. कोरोना काल में हज यात्रा भी महंगा हो गया है. प्रत्येक यात्री को लगभग हज जाने पर 3.75 लाख रुपये का खर्च होगा. यात्री अब सउदी अरब में 30 से 35 दिनों तक ही रुकने की अनुमति दी गई है. पहले यात्री 43 दिनों तक रुकते थे.
