झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए कक्ष आवंटित, भाजपा बोली -शिव से सूर्य तक की आराधन के लिए भी स्थान दें
रांची : झारखंड विधानसभा में एक कक्ष को नमाज अता करने के लिए आवंटित किया गया है। इसके लिए विभिन्न संबंधित पक्ष को सूचित करने के लिए दो सितंबर 2021 को झारखंड विधानसभा के उप सचिव नवीन कुमार की ओर से एक पत्र जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि नमाज अता करने के लिए नमाज कक्ष के रूप में कमरा संख्या टीडब्ल्यू – 348 आवंटित किया जाता है। इस कदम पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
जब चौतरफा असफलताओं से घिर जाओ तो ध्यान भटकाने की कोशिश करो।
झारखंड के इतिहास में पहली बार विधानसभा भवन में नमाज अदा करने के लिए नमाज भवन बनाया गया।
तुष्टीकरण की सारी सीमाएं पार हो गई।क्या विधानसभा में बहुसंख्यक समाज के लिए मंदिर या प्रार्थना कक्ष की व्यवस्था है?@dprakashbjp pic.twitter.com/gkBZysk6i8— Pratul Shah Deo (@pratulshahdeo) September 3, 2021
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि जब चौतरफा असफलताओं से घिर जाओ तो ध्यान भटकाने की कोशिश करो। झारखंड के इतिहास में पहली बार विधानसभा भवन में नमाज अता करने के लिए नमाज भवन बनाया गया है। प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि तुष्टीकरण की सारी सीमाएं पार हो गयीं। क्या विधानसभा में बहुसंख्यक समाज के लए मंदिर या प्रार्थना कक्ष की व्यवस्था है?
झारखंड सरकार से आग्रह है सोम को भगवान शिव,मंगल को श्री हनुमान, बृहस्पति को श्री विष्णु,शुक्र को मां,शनि को शनि देव और रवि को सूर्यदेव की आराधना के लिए विशेष प्रबन्ध करें।
खाली समय मे सेंट्रल हॉल का भी उपयोग किया जा सकता है क्योकि यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन आसानी से हो सकता है। pic.twitter.com/YJ3f0ubsKU— Pratul Shah Deo (@pratulshahdeo) September 4, 2021
प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि झारखंड सरकार से आग्रह है कि सोम को भगवान शिव, मंगल को श्री हनुमान, बृहस्पति को श्री विष्णु, शुक्र को मां, शनि को शनि देव और रवि को सूयदेव की आराधना के लिए विशेष प्रबंध करें।
उन्होंने कहा है कि खाली समय में सेंट्रल हॉल का भी उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन आसानी से हो सकता है।
भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने भी इस फैसले पर आपत्ति दर्ज करायी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि वे झारखंड के भविष्य को लेकर बहुत चिंतित हैं। एक ओर कांग्रेस के विधायक खुलेआम तालिबान का समर्थन करते हैं। दूसरी तरफ विधानसभा में नमाज की कक्ष खोली जा रही है और तीसरी ओर हिंदी को हटा कर उर्दू को प्राथमिक नियोजन नीति में जगह दी जा रही है। झारखंड किस दिशा में जा रहा है, आप भी सोचें।
बहुत चिंतित हूँ , झारखंड के भविष्य को ले कर
एक तरफ़ कांग्रेस के विधायक खुलेआम तालिबान का समर्थन करते हैं ! दूसरी तरफ़ विधानसभा में नमाज़ की कक्ष खोली जा रही और तीसरी हिंदी को हटा कर उर्दू को प्रथमिकता नियोजन नीति में दी जा रही ? किस दिशा में जा रहा झारखंड आप भी सोचें .. pic.twitter.com/RbzRPmv5ln
— Bhanu Pratap Shahi (@ShahiPratap) September 4, 2021