Dhanbad News: SJAS सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में 32 वर्षीय मरीज़ की बचाई गई जान

समय रहते अस्पताल पहुंचने से मिली नई ज़िन्दगी

Dhanbad News: SJAS सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में 32 वर्षीय मरीज़ की बचाई गई जान
समय रहते अस्पताल पहुँचने से बचायी गयी मरीज की जान.

बार-बार बेहोश होकर गिरने के बाद मरीज़ की हालत बेहद गंभीर होगयी थी., ECG में 4 सेकंड का हार्ट अरेस्ट शो होने के बाद भी डॉक्टरों की टीम ने मरीज की बचाई जान.

धनबाद: SJAS सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में एक 32 वर्षीय मरीज़ को कुशल डाक्टरों की बेहतरीन चिकित्सा द्वारा जीवनदान मिला. अति गंभीर हालत में अस्पताल पहुँचे मरीज़ की हालत चिंताजनक थी, जिसे घर पर लगातार बेहोश होकर गिरने (सिन्कोप) का अनुभव हो रहा था, जिससे परिवार की चिंता बढ़ गई. ऐसी स्थिति में घर वालों ने एसजेएएस अस्पताल पर अपना असीम विश्वास दिखाते हुए अत्यंत नाज़ुक स्थिति में मरीज़ को अस्पताल लाये. अस्पताल पहुंचने पर मरीज़ का रक्तचाप (बीपी) इतना कम था कि रिकॉर्ड भी नहीं हो पा रहा था. इस हालत में तुरंत चिकित्सीय हस्तक्षेप की आवश्यकता थी.

अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. राहुल कुमार ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत एक ECG (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम) किया. इस टेस्ट के परिणाम से पता चला कि मरीज़ के दिल की धड़कनें असामान्य रूप से रुक गई थीं, जिसे ‘साइनस पॉज़’ कहा जाता है. ECG में पाया गया कि मरीज़ के दिल ने पूरे 4 सेकंड तक धड़कना बंद कर दिया था, जिससे उसकी जान पर गंभीर खतरा मंडरा रहा था. 

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डॉ. राहुल कुमार ने तुरंत रिससिटेशन प्रक्रिया शुरू की और मरीज़ को अस्थायी पेसमेकर लगाया. पेसमेकर का इस्तेमाल तब किया जाता है जब दिल की धड़कनें असामान्य रूप से धीमी हो जाती हैं या पूरी तरह बंद हो जाती हैं. पेसमेकर से मरीज़ की धड़कनें नियंत्रित हुईं  और उसकी हालत धीरे-धीरे स्थिर होने लगी.

पेसमेकर लगाने के बाद मरीज़ को ICU  में शिफ्ट किया गया, जहां उसे 48 घंटे तक निगरानी में रखा गया. डॉक्टरों ने मरीज़ की स्थिति पर लगातार नज़र रखी  और उसकी सेहत में तेज़ी से सुधार होने लगा. दो दिन की ऑब्ज़रवेशन और इलाज के बाद मरीज़ की हालत बेहतर हो गई कि उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. मरीज़ अब पूरी तरह से स्वस्थ है और धीरे-धीरे अपने रोज़मर्रा के कार्य करने में सक्षम है.

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डॉ. राहुल ने बताया, "मरीज़ की स्थिति बहुत गंभीर थी, और अगर वह समय पर अस्पताल नहीं आता तो उसके जीवन को बचाना बेहद कठिन हो जाता. अस्थायी पेसमेकर लगाना ही मरीज़ की जान बचाने का एकमात्र उपाय था."

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मरीज़ के परिवार ने SJAS सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल और डॉ. राहुल की पूरी टीम का आभार प्रकट किया, जिन्होंने समय रहते मरीज़ का सही उपचार कर उसे एक नई ज़िन्दगी दी. अस्पताल के प्रबंधन ने भी इस सफलता पर गर्व व्यक्त किया और बताया कि SJAS सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल अपने अनुभवी डॉक्टरों और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ इस तरह की आपातकालीन स्थितियों को संभालने में सक्षम है.

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यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि सही समय पर सही चिकित्सा हस्तक्षेप से जान बचाई जा सकती है. SJAS सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल ने इस मरीज़ के जीवन को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनकी विशेषज्ञ टीम ने दिखा दिया कि उनके पास जटिल चिकित्सा स्थितियों से निपटने की दक्षता है. 
मरीज़ के सफल उपचार से यह स्पष्ट है कि गंभीर हृदय समस्याओं के इलाज के लिए SJAS सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं जो धनबाद और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए जीवनरक्षक साबित हो रही है.

Edited By: Subodh Kumar

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