बिजली-पेयजल संकट से प्रदेश कराह रहा है: आलोक
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-सीएम झूठ बोलते फिर रहे हैं
रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा है, कि बिजली व पानी की समस्या झारखंड की विक्राल समस्या बनती जा रही है। पूरा प्रदेश इससे कराह रहा है व मुख्यमंत्री लगातार झूठ बोल रहे हैं। पावर फाॅर ऑल 24 घंटा की बनायी गयी योजना इसलिए फेल कर गई, क्योंकि बिना तैयारी व जल्दबाजी में लिए गए फैसले का यही हस्र होता है।
श्री दूबे ने कहा कि प्लान के मुताबिक 2018 तक पूरे प्रदेश में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करानी थी, लेकिन कोई प्लान था ही नहीं, जो शुरू होता। मुख्यमंत्री का यह दावा कि सरकार की प्राथमिकता राज्य के कोयला से बिजली बनाकर बेचना है, लेकिन सच्चाई यह है कि दूसरे राज्य झारखंड का कोयला खरीद कर प्रदेश को ही सलाना 3000 करोड़ की बिजली बेचते हैं। एक ओर राज्य की जनता बिजली के लिए त्राहिमाम कर रही है व दूसरी तरफ मुख्यमंत्री प्रेस कांफ्रेस करके अपनी प्राथमिकता गिनाते हैं। उनके पास सारी योजनाएं भविष्य के लिए है, वर्तमान संकट से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के पास क्या है ? जिससे राज्य की जनता को राहत मिल सके, यह भी स्पष्ट करना चाहिए था। आज भी बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में बिजली की समस्या पर कोई चर्चा नहीं होना अत्यंत दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले साढ़े चार वर्षों की डबल इंजन की सरकार ने बिजली व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए कोई काम नहीं किया, जिसका नतीजा है, कि पूरा प्रदेश अंधकारमय व तकलीफों से गुजर रहा है। पीने का पानी भी लोगों को नसीब नहीं हो रहा है।
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कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री का यह बयान कि 2019 से 24 घंटे बिजली लोगों को मिलने लगेगा, एक बार फिर झूठ बोला जा रहा है, क्योंकि आज की बैठक में बिजली की समस्या पर कोई चर्चा नही की गई। जनता कभी भी असहाय, लाचार, बेबस, निर्दयी मुख्यमंत्री को माफ नहीं करेगी। जिस राज्य की जनता बिजली, पानी, स्वास्थ्य के लिए तड़प रही है, ऐसी सरकार को बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
Edited By: Samridh Jharkhand
