पीएम के भाषण में न तेवर, न भाव: आलोक-राजेश
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रांची: झारखंड कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे व डाॅ राजेश गुप्ता ने कहा है कि प्रधानमंत्री ओजस्वी व लच्छेेदार भाषण के लिए जाने जाते हैं, लेकिन देवघर की चुनावी सभा में ये दोनों नदारत थे, न ही तेवर दिखा न कोई भाव। एक बार फिर से पुराने मुद्दे व राहुल गांधी को कोसना जारी रहा। ऐसे में यह साफ है कि संताल परगना में भाजपा तीनों सीटें हार रही हैं।
नेताद्वय ने कहा कि मोदी-2019 के चुनाव में पूरी तरह से हार मान चुके हैं। पीएम गली-गली में घुम-घुमकर वोट मांग रहे हैं, लेकिन उसका कोई फायदा होने वाला नहीं है। राजनीतिक मर्यादाओं की सारी सीमाओं लांघने के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्पष्ट कहा है, कि मैं कोई कटुता नहीं रखता हूँ। पिछले पांच वर्षों में इन्होंने कोई काम किया रहता तो गली-गली में घुमने की नौबत नहीं आती। देश में यह पहला अवसर है जब कैबिनेट के 60 फीसदी मंत्री को चुनावी दंगल से बाहर रखा गया है, जिसमें लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन,स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा सहित अन्य कई मंत्री 2019 के चुनावी दंगल में परफॉरमेंस के आधार पर बाहर कर दिये गये हैं। [URIS id=8357]
इन्होंने दावा किया कि संथाल परगना में पूरी शक्ति लगाने के बावजूद भाजपा खाता नहीं खोल पायेगी। बंगाल की घटना का झारखंड में हो रहे राजनीतिकरण का भी कोई फायदा नहीं होने वाला है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि वे अकेले ही आंतकवाद से लड़ सकते है, जबकि भारतीय सैना की आंकड़े कहते हैं कि उग्रवाद में शामिल होने वाले व कश्मीरी युवा इन वर्षों में सबसे ज्यादा हुए हैं। भारतीय सैनिकों की शहीद की संख्या पिछले 30 वर्षों में इन दिनों सबसे ज्यादा हुए हैं। इन मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री के आलोचना करने वाले नेताओं को देशद्रोह का सर्टिफिकेट तुरंत पकड़ा दिया जाता है।
Edited By: Samridh Jharkhand
