झाविमो की कार्यकारिणी का पुनर्गठन, बाबूलाल फिर अध्यक्ष, प्रदीप व बंधु को पद नहीं
ऐसा कर मरांडी ने अपनी ताकत का विरोधियों को अहसास कराया है

झारखंड विधानसभा चुनाव में महज तीन सीट आने के बाद पांच जनवरी को बाबूलाल मरांडी ने जेवीएम की सभी इकाइयों को भंग करने की घोषणा कर दी थी. इस घोषणा के बाद बाबूलाल मरांडी के बीजेपी में शामिल होने की खबरें लगातार मीडिया में आती रहीं. इन चर्चाओं को तब और बल जब बाबूलाल विदेश यात्रा पर चले गए. इस दौरान उनकी पार्टी के दो विधायकों प्रदीप यादव एवं बंधु तिर्की ने भाजपा में विलय से खुली असहमति प्रकट की और कांग्रेस के तरफ झुकाव दिखाया.
मरांडी आज अपने निर्वाचन क्षेत्र धनवार के दौरे पर हैं. इसी दौरान पार्टी की ऐसी कार्यकारिणी का एलान किया गया जिसमें प्रदीप यादव व बंधु तिर्की को सदस्यता तो मिली लेकिन कोई पद नहीं दिया गया. इसके जरिए मरांडी ने यह अहसास कराने का प्रयास किया है कि संगठन व कार्यकर्ताओं पर उनकी पकड़ मजबूत है और उन्हें कोई चुनौती नहीं है. अब अगर बाबूलाल मरांडी भाजपा में झाविमो का विलय करते हैं तो उन्हें प्रदीप व बंधु की ओर से तकनीकी दिक्कतें नहीं आएंगी.
