कोरोना वायरस : अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप की दवा को लेकर चेतावनी के बाद क्या बोला भारत?
नयी दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अगर भारत ने मलेरिया की दवाई के निर्यात पर से प्रतिबंध नहीं हटाया तो इसकी प्रतिक्रिया दिख सकती है. उन्होंने कहा कि मैंने रविवार सुबह भारत के प्रधानमंत्री से बातचीत की, हम दोनों के बीच अच्छी बातचीत हुई है. अगर वे हमें एंटी मलेरिया दवा भेजते हैं तो अच्छा रहेगा, अगर वे नहीं देते हैं तो जाहिर है कि अमेरिका की ओर से भी जवाबी कार्रवाई हो सकती है. उन्होंने संकेत दिया कि अमेरिका भारत को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति रोक सकता है.
I spoke to him (PM Modi), Sunday morning & I said we appreciate it that you are allowing our supply (of Hydroxychloroquine) to come out, if he doesn’t allow it to come out, that would be okay, but of course, there may be retaliation, why wouldn’t there be?: US Pres Donald Trump pic.twitter.com/kntAqATp4J— ANI (@ANI) April 6, 2020
अमेरिका में कोरोना महामारी बेकाबू हो गया है और तेजी से उसका वायरस फैल रहा है. इसके इलाज में मलेरिया की दवा हाइड्राॅक्सीक्लोरोक्विन का उपयोग किया जाता है, जिसकी मांग अमेरिका ने की है. भारत में इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन तो होता है लेकिन इसकी यहां खपत भी बहुत अधिक है. ऐसे में भारत ने इसके निर्यात पर रोक लगा रखी है. भारत ने अभी यह फैसला नहीं लिया है कि मलेरिया की दवा अमेरिका को भेजनी है या नहीं.
अमेरिका राष्ट्रपति से बातचीत में पीएम मोदी ने कहा था कि भारत जो भी संभव हो सकेगा इस मामले में करेगा. भारत में कोरोना वायरस के बढते मामले को लेकर भारत भी इस दवा की जरूरत महसूस करता है.
भारतीय विदेश मंत्रालय नेआज कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है कि भारत अपने सभी पड़ोसी देशों को उचित मात्रा में पेरासिटामोल और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का लाइसेंस देगा. उन्होंने कहा कि हम इन आवश्यक दवाओं की आपूर्ति कुछ देशों को भी करेंगे जो विशेष रूप से इस महामारी से बुरी तरह प्रभावित हैं.
हम इन आवश्यक दवाओं की आपूर्ति कुछ देशों को भी करेंगे जो विशेष रूप से महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं:विदेश मंत्रालय (MEA) https://t.co/uEzjaIyWeQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 7, 2020

