रांची के अखबार : हिंदपीढी इलाके के हर व्यक्ति की होगी कोरोना जांच, धनबाद में भी मिले जमात के लोग, अन्य खबरें

रांची : रांची के अखबारों में आज झारखंड में कोरोना का पहला केस मिलने की खबर सबसे महत्वपूर्ण है. इसके साथ दिल्ली के निजामुद्दीन के तबलीगी जमात में कोरोना संक्रमण की खबर भी अखबार ने प्रमुखता से दी है.

हिंदुस्तान की लीड खबर का शीर्षक है : हिंदपीढी में मिली कोरोना मरीज, इलाके में कर्फ्यू . इसके साथ ही यह खबर है कि सूबे में 39 नए संदिग्ध सामने आए, 35 की रिपोर्ट निगेटिव. ए खबर है कि मरकज ने झारखंड सहित 20 राज्यों को मुकिश्ल में डाला. यह खबर भी है कि लाॅकडाउन का पालन नहीं होने पर पूरी रांची में कर्फ्यू लगाया जाएगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल का निर्देश है कि लाॅकडाउन अवधि का फीस स्कूल नहीं लें. यह खबर है कि छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज 1.4 प्रतिशत घटा. देशभर में बड़े पैमाने पर सैनेटाइजेशन किए जाने की खबर भी अखबार में है. संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि चीन भारत जैसे देशों में कोरोना के कारण मंदी की मार कम रहेगी.
दैनिक जागरण की लीड खबर है : रांची पहुंचा कोरोना, हिंदपीढी में कर्फ्यू. वहीं, रांची के डीसी की अपील है किरायेदारों से मकान मालिक किराया न मांगें. एक खबर है कि चतरा में ओमान से लौटे एक व्यक्ति की मौत हो गयी, इसके बाद पूरे गांव को क्वारंटाइन किया गया. एक खबर है कि तब्लीगी जमात में शामिल विदेशी वापस भेजे जाएंगे. यह खबर भी है कि जमात के किसी सदस्य को अब टूरिस्ट वीजा नहीं मिलेगा. 2100 विदेशी तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में आए थे. इस खबर में यह भी उल्लेख है कि 24 में कोरोना की पुष्टि व 441 में लक्षण. एक खबर है कि घंटे भर में कोरोना की जांच हो जाएगी. 500 रुपये से कम की लागत पर कोरोना संक्रमण जानना हो सकेगा संभव.
दैनिक भास्कर की लीड खबर है : धर्मप्रचार के लिए 14 दिन से हिंदपीढी में रुकी मलेशियाई युवती कोरोना संक्रमित. अखबार ने लिखा है हिंदपीढी इलाके के तीन किमी के दायरे में हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग होगी. 16 तारीख को राजधानी एक्सप्रेस के बी – 1 कोच से आए हर व्यक्ति की जांच करायी जाएगी. युवती के साथ पकड़े गए 21 लोगों का पहला टेस्ट नेगेटिव आया था, लेकिन अब उनकी फिर दूसरी जांच करायी जाएगी. संयुक्त राष्ट्र का दावा है कि कोरोना की वजह से आने वाली वैश्विक मंदी का चीन व भारत पर कम असर पड़ेगा. अखबार ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया है. रांची व गुमला से एक खबर है कि एमडीएम का दो किलो चावल देने के लिए स्कूल में लाॅकडाउन के बावजूद बच्चों की भीड़ जुटाई गयी. शोध के आधार पर एक खबर है कि जिन देशों में बीसीजी का टीका नहीं लगा उन देशों में कोरोना का खतरा ज्यादा.