चंदनकियारी में इंजीनियरिंग काॅलेज रद्द करने के खिलाफ अमर कुमार बाउरी ने राज्यपाल से मिल कर की हस्तक्षेप की मांग

चंदनकियारी में इंजीनियरिंग काॅलेज रद्द करने के खिलाफ अमर कुमार बाउरी ने राज्यपाल से मिल कर की हस्तक्षेप की मांग

विधायक अमर कुमार बाउरी ने सरकार के ऐसे प्रयासों की तीखी आलोचना की है
रांची : चंदनकियारी के विधायक सह पूर्व मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी ने शुक्रवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान विधायक ने चंदनकियारी में बनने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज को लेकर राज्यपाल का ध्यान आकृष्ट करवाया।

विधायक ने बताया कि मंत्रीपरिषद की बैठक चार अक्तूबर 2019 को इंजीनियरिंग काॅलेज की स्थापना हेतु बोकारो जिला के अंचल चंदनकियारी, ग्राम. घोड़ागढ़ा में 16 एकड़ गैरमजरूआ खास भूमि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, झारखंड रांची को निःशुल्क हस्तान्तरित किया गया।


उन्होंने कहा कि चंदनकियारी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित विधानसभा क्षेत्र है। चंदनकियारी प्रखंड के बरमसिया में विगत सरकार द्वारा प्रोफेशनल कॉलेज के रूप में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की अनुमति मंत्रिमंडल के निर्णय के द्वारा दिया गया था। इस इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण भारत सरकार के उच्च शिक्षा एवं तकनीकी मंत्रालय के आरयूएसए के अंतर्गत होना था। जिसके लिए राशि का भी आवंटन कर दिया गया था। इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन के निर्माण के लिए भवन निर्माण विभाग, झारखंड ने वर्ष 2019 के जुलाई महीने में संविदा की पूरी प्रक्रिया पूर्ण करते हुए संवेदक को कार्यादेश भी जारी कर दिया था। लेकिन आम चुनाव की घोषणा हो जाने के कारण दुर्भाग्यवश कॉलेज के भवन निर्माण का कार्य प्रारम्भ नहीं हो पाया।


इस दौरान चुनाव में पिछले साल के आखिर में सरकार बदल गयी। वहीं अगस्त 2020 में यह सूचना मिली कि मुख्यमंत्री के द्वारा उच्च शिक्षा एवं तकनीकी विभाग, झारखंड को यह आदेश दिया गया है कि चंदनकियारी में बनने वाले इंजीनियरिंग कॉलेज को रद्द किया जाए एवं उस राशि का उपयोग किसी दूसरे क्षेत्र में विधि कॉलेज के निर्माण में किया जाए।

अमर कुमार बाउरी ने गवर्नर से सौंपे पत्र मेे कहा कि यह निर्णय अलोकतांत्रिक एवं दलित, आदिवासी, पिछड़े, शोषित, किसान, ग्रामीण के विकास की विचारधारा के बिल्कुल विपरीत है, जो पूरी तरह से पूर्वाग्रह एवं राजनीतिक द्वेष के कारण लिया गया प्रतीत होता है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि राज्य सरकार के मुखिया को वे अपने माध्यम से सूचित करने का कष्ट करें कि वे अपना अलोकतांत्रिक निर्णय को वापस लेते हुए चंदनकियारी में इंजीनियरिंग कॉलेज को स्थापित होने दें। जिससे चंदनकियारी जैसे दलित बहुल एवं पिछड़े क्षेत्र के विकास की एक नई दिशा खुल सके। ज्यपाल ने इस विषय पर मुख्यमंत्री से विचार-विमर्श करने का आश्वासन विधायक को दिया।

Edited By: Samridh Jharkhand

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