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Read More... बरमसिया गांव में संताल समुदाय ने शुरू की साप्ताहिक मंझी थान बोंगा बुरु पूजन
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By Samridh Desk
दुमका: जामा प्रखंड के बरमसिया गांव के तेतरीडंगाल टोला में समाजसेवी सच्चिदानंद सोरेन और गांव के मंझी बाबा, नायकी, गुडित, जोग मंझी, प्राणिक, कुडम नायकी और ग्रामीणों के पहल पर संताल आदिवासी समुदाय ने अपने पारंपरिक पूजा स्थल मांझी थान में सप्ताहिक पूजा शुरू किया। पूजा का आयोजन इष्ट देवता मरांग बुरु के श्रद्धा में किया जा रहा है, जिसे संताल आदिवासी के लोग अपने आराध्य देव के रूप में पूजते हैं. ग्रामीणों के अनुसार साप्ताहिक मंझी थान बोंगा बुरु(पूजा) का मुख्य उद्देश्य सामुदायिक एकता, आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक विरासत को संजोना है और नये पीढ़ी को हस्तांतरित करना है। Ranchi News: सरला बिरला पब्लिक स्कूल में दीपावली और छठ की छटा से दमका परिसर
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By Mohit Sinha
सरला बिरला पब्लिक स्कूल में विद्यार्थियों ने दीपावली और छठ पर्व का उल्लासपूर्ण उत्सव मनाया। कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन, रंगोली, दीप सज्जा, पुष्प सज्जा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भारतीय संस्कृति, परंपरा और सामाजिक एकता को प्रदर्शित किया गया। विद्यार्थियों ने पर्यावरण–अनुकूल रंगों और पारंपरिक विधियों का उपयोग कर सृजनशीलता दिखाई, वहीं अन्य विद्यालयों के छात्रों के साथ सहभागिता ने उत्सव को और भी सामूहिक और प्रेरणादायक बनाया। धनतेरस: समृद्धि, स्वास्थ्य, आस्था और वैश्विक सांस्कृतिक एकता का प्रतीक पर्व
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By Mohit Sinha
धनतेरस भारत का केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि समृद्धि, स्वास्थ्य, पर्यावरणीय संतुलन और सामाजिक एकजुटता का वैश्विक प्रतीक बन चुका है। वर्ष 2025 में यह पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। वैदिक परंपरा से जुड़ा यह दिन भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने का प्रतीक है, जो आयुर्वेद और आरोग्य के देवता माने जाते हैं। आधुनिक युग में धनतेरस आर्थिक उत्सव के रूप में भी उभरा है, जहाँ सोना, चांदी, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की खरीद शुभ मानी जाती है। यह दिन “ग्रीन धनतेरस” और “ग्लोबल आयुर्वेदा वैलनेस डे” जैसी पहलों से पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाता है। साथ ही डिजिटल युग में यह त्योहार ऑनलाइन व वित्तीय निवेश के नए स्वरूपों से जुड़ गया है। धनतेरस आज नारी सशक्तिकरण, वित्तीय साक्षरता और वैश्विक भारतीय संस्कृति का प्रतीक बनकर नई चेतना और साझा समृद्धि का संदेश दे रहा है। Ranchi News: एसबीयू में हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ नवरात्रि उत्सव आयोजित
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By Mohit Sinha
सरला बिरला पब्लिक स्कूल में नवरात्रि उत्सव ने रंग, संगीत और भक्ति से माहौल को जीवंत कर दिया। विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों, गरबा और डांडिया नृत्य, भजन और झांकियों ने संस्कृति और आध्यात्मिकता की झलक दिखाई। प्राचार्या ने एकता, सम्मान और परंपरा के मूल्यों की सराहना की। Ranchi News: प्राचीन मंदिर का पंडाल बना रहा है संग्राम क्लब दुर्गा पूजा समिति
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By Mohit Sinha
राजधानी सहित पूरे राज्य में दुर्गा पूजा की तैयारी जोरों से है। इसी क्रम में कचहरी चौक स्थित संग्राम क्लब दुर्गा पूजा समिति इस वर्ष परंपरा और सांस्कृतिक गरिमा का अद्भुत संगम प्रस्तुत करने जा रही है। पंडाल निर्माण में पर्यावरण-अनुकूल सामग्रियों का उपयोग किया गया है। Opinion: संस्कार से ही शक्ति आती है, हेमंत सोरेन का अनुकरणीय निर्णय
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By Mohit Sinha
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद गांव में रहकर पूरे संस्कार निभाए. राजनीति के बीच पुत्र धर्म को प्राथमिकता देकर उन्होंने समाज को दिखाया कि शक्ति संस्कार और सनातन मूल्यों से ही आती है. शिक्षक: ज्ञान के वाहक या वैचारिक प्रचारक? कविता "तुम कांवड़ लेने मत जाना" पर मचा बवाल
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By Sujit Sinha
कविता के पक्ष में यह तर्क दिया जा सकता है कि शिक्षक ने बच्चों को शिक्षा की ओर प्रेरित करने के लिए यह उदाहरण दिया लेकिन क्या प्रेरणा देने के लिए धार्मिक परंपराओं को नीचा दिखाना जरूरी हो जाता है? 