बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान, झारखंड और मध्य प्रदेश को करना होगा इंतजार
रांचीः बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. आपको बता दे कि बिहार में तीन चरणों में चुनाव होगा. 8 अक्टूबर को पहले चरण की वोटिंग होगी, 3 नवंबर को दूसरे चरण की वोटिंग होगी तथा 7 नवंबर को आखिर चरण की वोटिंग होगी. 10 नवंबर को वोटों की गिनती होगी. लेकिन निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश और झारखंड के उपचुनाव का तारीख का ऐलान नहीं किया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश और झारखंड में उपचुनाव के लिए इंतजार करना होगा.
आपको बता दें कि बिहार में विधानसभा सीटों की कुल संख्या 243 है. चुनाव आयोग कितने चरण में चुनाव करता है. क्योंकि कोरोना महामारी के कारण लोगों में एक अंजान ही डर फैल गया है. और लोकतंत्र के महापर्व में अधिक मतदान करना निर्वाचन आयोग के लिए परेशानी का समाना करना पड़ सकता है. मिली जानकारी के अनुसार 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रतिशत 57 रहा था, जबकि 2019 में लोकसभा चुनाव में 50 प्रतिशत मतदान हुआ था.
कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव आयोग पहले ही गाईडलाइन जारी कर दिया है, चुनाव आयोग की तरफ से गाइडलाइन के मुताबिक, विधानसभा चुनाव के लिए जहां एक तरफ ऑनलाइन नामांकन भरने होंगे तो वहीं और भी कई नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा. चुनाव प्रचार के दौरान डोर-टू-डोर कैंपन में अधिकतम पांच लोगों की इजाजत होगी. रोड शो के दौरान एक काफिले में 10 की जगह पांच गाड़ियों की टुकड़ियां बनानी होंगी (सुरक्षा वाहनों को छोड़कर, यदि कोई हो). वाहनों के काफिले के दो सेटों के बीच 100 मीटर के अंतराल की जगह आधा घंटे का अंतर होना चाहिए.
वहीं अगर झारखंड की बात करें तो यहां पर दो सीटों पर मतदान होना है, बेरेमो और दुमका में. आपको बता दें कि दुमका विधानसभा सीट पर जेएमएम और बेरेमो विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा था. लेकिन सीएम बनने से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीट छोड़ दी थी. और बेरेमो के विधायक राजेन्द्र सिंह को मृत्यु के बाद यह सीट खाली हो गई.
अगर मध्यप्रदेश की बात करें तो 28 सीटों पर उपचुनाव होना है. इनमें से 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने से खाली हुई हैं, जबकि दो सीटें कांग्रेस के विधायकों के निधन से और एक सीट भाजपा विधायक के निधन से रिक्त है. ये वहीं 25 सीट है जिसके कारण मध्य प्रदेश तख्ता पलट हुआ था. ज्योतिराज संधिया के गढ़ माने-जाने वाला क्षेत्र ग्वालियर-चंबल में सबसे दिलचस्प मुकाबला होगा.