कोरोना के कारण माता-पिता को खोने वाले बच्चों को चिह्नित कर लाभ से जोड़ा जाएगा
चाइल्डलाइन द्वारा बाल संरक्षण एवं सुरक्षा के लिए बाल कल्याण समिति में की गयी बैठक

उन्होंने कहा कि चाइल्ड लाइन दुमका को ज़िला प्रसासन का पूर्ण सहयोग प्राप्त है। एवं वैसे बच्चे जो पढ़ने के लिए इछुक होते हैं उन्हें चाइल्डलाइन टीम द्वारा छात्रवृत्ति से जोड़ने का प्रयास किया जाता है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेशन द्वारा चलाया जा रहा है, जिसका निःशुल्क सहायता फोन नंबर 1098 है।
बच्चों से संबंधित किसी प्रकार की सहायता के लिए इस नंबर पर सहायता प्राप्त की जा सकती है। साथ ही सूचना देने वाले की पहचान भी गुप्त रखी जाती है। ज़िला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्रा द्वारा बताया गया कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हमलोग हमेशा चाहते हैं कि दुमका ज़िलं में एक भी बच्चें के साथ दुर्घटना न हो इसके लिए हमसब 24 घंटे तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चों को चिह्नित करें जिनके माता-पिता की मृत्यु कोरोना महामारी से हुई है ओर वो असहाय हो गये हैं।
ऐसे बच्चो कों चिह्नित कर तुरंत सरकारी लाभ से जोड़ने का प्रयास किया जायेगा। यह भी कहा गया कि बैठक प्रत्येक माह में एक बार होना आवश्यक है। बैठक में बाल कल्याण समिति, दुमका के अध्यक्ष मनोज कुमार साह द्वारा बताया गया कि वैसे असहाय बच्चे के लिए हमलोग 24 घंटे तत्पर रहते हैं जिसमें चाइल्ड लाइन का अहम् जिम्मेवारी हैं। बाल कल्याण समिति, दुमका की सदस्य सुमिता सिंह द्वारा बताया गया कि हमसब को मिलकर बाल विवाह, बाल तस्करी एवं बाल उत्पीड़न जैसे मामलों से दुमका ज़िला को निजात दिलाना है। बैठक के दौरान बाल गृह के प्रभारी काजल कुमारी, संजू कुमार, सुमित कुमार गुप्ता एवं दिव्यांशु शुक्ला साथ ही पीएलभी सदस्य विकाश प्रसाद साह एवं चाइल्डलाइन दुमका के सलाहकार मो ज़ीशान अली, सदस्य शांतिलता हेम्ब्रोम, आशा कुमारी, सनातन मुर्मू, इब्नुल हसन, निकू कुमार एवं अनिल कुमार साह उपस्थित थे।
