प्रशासन ईटा भट्ठा जाने से लोगों को रोके: महेन्द्र जामुदा
सालीकुटी में झारखंड पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष मंगल सिंह बोईपाई की अध्यक्षता में एक बैठकी हुई, जिसमें गांव की समस्या पर चर्चा किया गया,
सरकार की जल नल योजना पूरी तरह से अधूरा हैं, पाईपलाइन जमीन के ऊपर से ही बिछा दिया गया है, गांव के लोग पानी के लिए एक चापाकल जो एक किलोमीटर दूर है और एक सिंचाई कुआं वह भी एक किलोमीटर दूर है।
चाईबासा: गोईलकेरा प्रखंड के कुईड़ा पंचायत के कुईड़ा गावँ के सालीकुटी में झारखंड पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष मंगल सिंह बोईपाई की अध्यक्षता में एक बैठकी हुई, जिसमें गांव की समस्या पर चर्चा किया गया, ग्रामीणों ने कहा कि हम लोग बिगत कई महीनो से हर प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे हैं गांव में 70 परिवार रहते हैं लेकिन पानी की असुविधा है गांव में एक ही जल मीनार चल रहा था जिससे पूरे गांव वाले निर्भर था जो पिछले सात महीना से खराब पड़ा हुआ है।
जिसका शिकायत मौखिक रूप से ग्रामीण मुखिया एवं पंचायत सेवक को दिया गया है और नया जल मीनार का काम डेढ़ महीना से रुका हुआ है।सरकार की जल नल योजना पूरी तरह से अधूरा हैं, पाईपलाइन जमीन के ऊपर से ही बिछा दिया गया है, गांव के लोग पानी के लिए एक चापाकल जो एक किलोमीटर दूर है और एक सिंचाई कुआं वह भी एक किलोमीटर दूर है इनदोनों पर निर्भर है, गांव में 35 से 40 बच्चे हैं,जो एक ही पारा टीचर के भरोसे चल रहा है, टोला जाने के लिए डेढ़ किलोमीटर का रास्ता हैं जो खण्ड - खण्ड कर बन रहा हैं,एक 200 फीट का रास्ता विगत आठ नौ महीने से अधूरा पड़ा हुआ है और दूसरा 300 फीट का रास्ता जो बन रहा है, जिसमें बोल्डर बिछाया जा रहा है उसका दूरी बहुत ज्यादा है।
मजदूरी दर भी बहुत कम दिया जा रहा है, ग्रामीण बात नहीं पा रहे हैं कि किस-किस मद से कौन रोड बन रहा है क्योंकि दोनों ही जगह शिलापट नहीं लगा हुआ है जबकि शिलापट पहले लगना चाहिए, गांव के अधिकांश पुरुष एवं महिलाएं कह रहे हैं कि हम लोगों को अब जल्द से जल्द ईटा भट्ठा काम करने के लिए बुलाया जा रहा है और हम लोग जाने के लिए तैयार हैं क्योंकि सरकार की कोई भी सुविधा हम लोगों को नहीं मिल रही है।
मौके पर झारखंड पार्टी के केंद्रीय सचिव का अधिवक्ता महेंद्र जामुदा ने गांव वालों से को कहा आपकी सारी समस्याओं को वह उपायुक्त महोदय को लिखित रूप से देंगे और इस पर जल्द कार्रवाई होगा, मौके पर जिला उपाध्यक्ष नितिन जामुदा, बसु बोयपाई, डोरोसोनो बोयपाई,करण सिंह बोयपाई,रमेश बोयपाई, सिनु दिग्गी, राम बोयपाई, महेश्वर बोयपाई, कृष्णा बोयपाई, जुगसिंह बोईपाई, बुधनी बोमपाई, निर्मला बोयपाई, सुनाया बोयपाई, सुकमती बोयपाई, सुमित्रा बोयपाई, मधु हेम्ब्रोम, पशुराम लोहार, सनतान लोहार, चाड़ी बोयपाई, डागुर बोयपाई, पगेला केराई, डोरसेना केराई, जोकता बोयपाई आदि उपस्थित थे।