OPINION: बरेली में हिंदू नाम रखकर लव जिहाद चला रहे मुस्लिम युवकों पर पुलिस का शिकंजा
युवतियों को परेशान करते पकड़े गए शोहदों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं
इसी तरह से अमान के पास से अमान पुत्र इनामुल रहमान खां, विक्की पुत्र कबीर और विनीत पुत्र सत्यपाल नाम के जाली आधार कार्ड मिले हैं। उसके मोबाइल फोन में भी अलग-अलग नाम से इंस्टाग्राम आईडी मिली हैं। सभी जाली आधार कार्ड परतापुर चौधरी के पते पर ही बने हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के जिला बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के कर्मचारी नगर में कुछ हिंदूवादी संगठनों ने दो ऐसे लड़कों को पुलिस के हवाले किया है जो हिंदू नाम और पहचान पत्र के सहारे लव जिहाद चला रहे थे। इन युवकों के सम्पर्क में कई और मुस्लिम लड़के भी थे जो हिंदू नाम से सोशल मीडिया,इंस्ट्राग्राम आदि पर सक्रिय थे और लड़कियों को फंसाने और उनका धर्म परिर्वतन कराने की साजिश रचते थे।
युवतियों को परेशान करते पकड़े गए शोहदों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। पकड़े गए युवक ने अपना नाम राहुल बताया था, हकीकत में वह नौशाद जमाली निकला। दूसरे युवक ने अपना नाम विक्की बताया था, वह अमान निकला। दोनों के पास से कई फर्जी आधार कार्ड मिले हैं। मोबाइल फोन की जांच में पता चला है कि इंस्टाग्राम पर दोनों की अलग-अलग नाम से आठ-दस आईडी हैं। हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने विशाल श्रीवास्तव के साथ मिलकर दोनों को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया था। यह जिहाद के आरोपी जिन लड़कियों को वे परेशान कर रहे थे, उनके बारे में अभी कुछ मालूम नहीं हो सका है। पुलिस ने अपनी ओर से दोनों के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने आदि की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
शोहदों को पकड़ने वाले विशाल श्रीवास्तव का आरोप है कि अमान और नौशाद गिरोह बनाकर फर्जी नाम से समुदाय विशेष की लड़कियों को फंसाते थे। घटना वाले दिन उनके साथ दो-तीन अन्य युवक भी थे, जो मौके से भाग गए। नौशाद और अमान ने भी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की।
गौरतलब हो, पिछले साल बारादरी थाना क्षेत्र में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का खुलासा हुआ था। आशंका है कि शहर में फिर से फर्जी आधार कार्ड बनाने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है। हिंदूवादी संगठन के लोग शोहदों पर लव जिहाद गिरोह का सदस्य होने का आरोप भी लगा रहे हैं। गिरफ्तार नौशाद काफी समय तक केरल में रह चुका है। वह अक्सर केरल हवाई जहाज से जाता था। नौशाद कोचीन हवाई अड्डे के आसपास ही रहता था। वह केरल में क्यों रहता था? पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि वह किसी सिंडिकेट के संपर्क में था। पुलिस उसके परिवार की भी कुंडली खंगाल रही है।
नौशाद फर्जी इंस्टाग्राम आईडी के जरिये हिंदू समुदाय की लड़कियों से दोस्ती करता था। उसकी आईडी पर यूपी और उत्तराखंड के कई जिलों की लड़कियां जुड़ी हैं। आशंका जताई जा रही है कि जिन लड़कियों से शोहदे कर्मचारीनगर के पास झगड़ा कर रहे थे, उनको भी इंस्टाग्राम के जरिये झांसे में लिया होगा। दोनों के मोबाइल फोन में लड़कियों से चैट करने के साक्ष्य और अश्लील वीडियो मिले हैं। पुलिस लड़कियों की पहचान में जुटी है। दोनों के सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले जा रहे हैं। नौशाद के पास से सोनू पुत्र सुरेश, नौशाद पुत्र बाबू, अनश पुत्र कबीर, अमन पुत्र सुरेश और राहुल पुत्र बाबू नाम के जाली आधार कार्ड बरामद हुए हैं। उसके मोबाइल में नौशाद, नौशाद जमाली, शोफिया, राहुल समेत कई नामों से इंस्टाग्राम आईडी भी मिली हैं।
इसी तरह से अमान के पास से अमान पुत्र इनामुल रहमान खां, विक्की पुत्र कबीर और विनीत पुत्र सत्यपाल नाम के जाली आधार कार्ड मिले हैं। उसके मोबाइल फोन में भी अलग-अलग नाम से इंस्टाग्राम आईडी मिली हैं। सभी जाली आधार कार्ड परतापुर चौधरी के पते पर ही बने हुए हैं। बरेली के पुलिस अधीक्षक नगर मानुष पारीक ने बताया कि आरोपियों के पास से अलग-अलग नामों के कई जाली आधार कार्ड मिले हैं। उनकी अलग-अलग नाम से इंस्टाग्राम आईडी भी हैं। रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच की जा रही है।