Video: डाॅ महुआ माजी: हार का गम नहीं, जीत की लिखेंगी पटकथा, पढिए और देखिए विशेष साक्षात्कार
समृद्ध झारखंड से विशेष बातचीत में विभिन्न समकालीन मुद्दों पर खुल बोलीं चर्चित लेखिका व राजनेता महुआ माजी

रांची : बतौर साहित्यकार देश-दुनिया में प्रसिद्धि प्राप्त करने वाली डाॅ महुआ माजी ने जब अपना किस्मत राजनीति में आजमाया तो उन्हें दो बार हार का स्वाद चखना पड़ा। फिर भी डॉ माजी ने हार नहीं मानी। उन्होंने समृद्ध झारखंड के साथ विशेष साक्षात्कार में अपने राजनीतिक जीवन की चर्चा करते हुए कहा कि मैं दो बार रांची से विधानसभा चुनाव में खड़ी हुई, दोनों बार विजयी नहीं हुई। लेकिन निराश बिल्कुल नहीं हूँ, क्योंकि मैं जानती हूँ रांची विधानसभा क्षेत्र एक ही पार्टी का गढ़ रहा है। यहां से जीते प्रत्याशी मंत्री, सांसद तक रहे हैं। ऐसे में उन्हें कांटे का टक्कर देना ही तो मेरी जीत जैसी है। मेरे कार्यकर्ता भी मुझे उत्साहित करते रहते हैं। कभी उत्साह कम नहीं होने देते। डॉ माजी ने बड़े विश्वास के साथ कहा कि अगली बार उनकी जीत तय है।
डॉ महुआ माजी अभी कोरोना काल में केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित आर्सेनिक एल्बम 30 दवा का जरूरतमंदों में वितरण कर रही हैं। यह दवा कोरोना संक्रमण के खतरे को कम करती है। वे गांव-गांव, गली-कूचे, स्लम क्षेत्रों में जाकर इस दवा को बाँट रही हैं। इस दवा से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। होमियोपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सचिव राजीव कुमार के सहयोग से उन लोगों तक भी दवा पहुंच रही हैं, जहां सारी सुविधाएं नहीं मिल पातीं। उन्होंने कहा कि डॉ राजीव के सहयोग यह कार्य कर पा रही हूं। उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य पर बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झारखंड सरकार महिलाओं सहित झारखंड वासी को स्वस्थ रखने के लिए कई प्लान बना रही है। इसमें डॉ राजीव की सहयोग अपेक्षित है।
देखिये विशेष साक्षात्कार
झारखंड में प्रवासियों के रोजगार पर उन्होंने बात की। उन्होंने कहा कि झारखंड में सरकार बनने के बाद कोरोना महामारी ने जकड़ लिया। इसके कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डॉ माजी ने झारखंड के तमाम बड़े कल-कारखानों को सक्रिय करने की वकालत की है। साथ ही प्रवासियों के उनके हुनर के अनुसार काम मिले, उस पर जोर डाला। डॉ माजी ने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवार की स्थिति दयनीय न हो, उसके लिए भी काम करने की जरूरत है, क्योंकि मध्यम वर्गीय परिवार के लोग काफी स्वाभिमानी होते हैं।
डॉ महुआ माजी ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भाई-भतीजावाद के होने से हमने अपने घर का एक कलाकार खो दिया। उन्होंने एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी की याद दिलाते हुए कहा कि इस फिल्म को करने के दौरान सुशांत सिंह राजपूत कई बार रांची आए। उनकी प्रतिभा को हमने देखा है हमारे लिए वे एक प्रतिभावान कलाकार थे और हमेशा रहेंगे। डॉ माजी ने कहा कि परिवारवाद व नेपोटिज्म ने हमारे बीच से सुशांत को ले ले लिया जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
चीनी सेना के द्वारा शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि चीन की नीयत जगजाहिर है। उस पर भरोसा करना हमारे सैनिकों और देशवासियों के लिए खतरे से खाली नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस पर आगे आना चाहिए और जल्द से जल्द निर्णय लेना चाहिए। इन 20 जवानों में दो जवान हमारे झारखंड राज्य के भी शहीद हुए हैं। यह पूरे राज्यवासियों के लिए दुःखद है, लेकिन अपनी माटी के लाल पर हमें गर्व है।
