राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत की दूरी शेष भारत के साथ काम कर रहा है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद: संजय सेठ
मिलो दूर राज्यों को निकटतम करने में सफल हो रही है एकात्मता यात्रा

इसी क्रम में सरला बिरला विश्वविद्यालय का भ्रमण हुआ जो आज झारखंड का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है जहां शिक्षा के विविधता को महत्व देते हुए सभी प्रकार की शिक्षा उपलब्ध कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है
रांची: अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन एकात्मता यात्रा 2025 के तृतीय दिवस आज की कार्यक्रम केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के साथ संवाद का रहा संवाद के सिलसिले में सील प्रतिनिधियों ने अपने इस यात्रा का अनुभव साझा किया एवं उन्होंने बताया कि किस प्रकार से गुवाहाटी से रांची तक अपनत्व का भाव अपना परिवार सी वात्सल्य हमें महसूस हो रही है।

क्षेत्रीय संगठन मंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि पूर्वोत्तर की संस्कृति बहुत ही समृद्ध और वैभवशाली संस्कृति है हम सभी कई वर्षों तक खुद को पूर्वोत्तर से दूर रख रहे थे इसलिए वहां की सभ्यता वहां के संस्कृति से अनजान थे लेकिन सेल जैसे कार्यक्रम के माध्यम से सन 1966 से ही पूर्वोत्तर भारत को शेष भारत के साथ जोड़ने का और राष्ट्रीय एकात्मता का पुनीत कार्य का या अभियान जारी है और आगे भी जारी रहेगा।
बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान में भ्रमण के क्रम में आज कई प्रकार के लैब एवं विज्ञान से जुड़ी रासायनिक प्रक्रियाएं,रॉकेट्री साइंस एवं कई अन्य प्रकार के जानकारियां भी उपलब्ध कराई गई।मनीष ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियां बताते हुए कि बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान ने अपनी कई एक एल्यूमिनी इस विश्वविद्यालय ने पूरे भारत को दिया है आज इस संस्थान से विद्यार्थी उठ करके भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपना नाम रोशन कर रहे हैं।
इसी क्रम में सरला बिरला विश्वविद्यालय का भ्रमण हुआ जो आज झारखंड का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है जहां शिक्षा के विविधता को महत्व देते हुए सभी प्रकार की शिक्षा उपलब्ध कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है