अबुआ आवास से पूरा होगा गरीबों का सपना, पीएम मोदी ने बंद किया पीएम आवास योजना- सुप्रियो भट्टाचार्य
पोटो हो पर सियासत की शुरुआत
सुप्रियो भचट्टाचार्य ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि आज तक पीएम मोदी को पोटो हो की याद नहीं आयी, अब जब हेमंत सोरेन ने पोटो हो के नाम पर युवाओं के लिए महत्वाकांक्षी योजना पोटो हो ग्रामीण खेल योजना की शुरुआत की, तो पीएम मोदी को अचानक से पोटो हो की याद आने लगी
रांची: एक तरफ पीएम मोदी ने जमशेदपुर से देश के 14 राज्यों के 26 लाख लाभार्थियों को ऑनलाइन गृह प्रवेश करवाया, इसक साथ ही पूरे देश के 10 लाख लाभुकों को योजना की पहली किस्त का भूगतान किया, वहीं दूसरी ओर झामुमो ने दावा किया है कि “ प्रधानमंत्री मोदी जी 2014 से बार-बार कहते थे कि 2022 तक देश के सभी परिवारों का अपना घर होगा और इसका वादा वो 2014 और 2019 के चुनावों में बार बार करते थे। लेकिन हकीकत ये हुआ कि 2021-22 से पीएम आवास योजना को ही बंद कर दिया। झारखंड सरकार ने अपने संसाधन से अबुआ आवास योजना के तहत घर देने के दायित्व को पूरा किया.
केन्द्र के इंकार के बाद हेमंत सरकार ने शुरु की अबुआ आवास योजना
आपको बता दें कि झारखंड सरकार की ओर से जो सूची बनाकर केन्द्र सरकार को भेजी गयी थी, केन्द्र सरकार इतनी बड़ी आबादी को पीएम आवास देने को तैयार नहीं थी, जिसके बाद हेमंत सरकार ने खुद के संसाधनों के बल पर अबुआ आवास योजना के तहत तीन कमरे का आवास देने की घोषणा की थी, मौजूदा समय में झारखंड में एक तरफ अबुआ आवास योजना के तहत आवास मुहैया करवाया जा रहा है तो दूसरी ओर पीएम आवास योजना के तहत भी आवास प्रदान किया जा रहा है. चुंकि पीएम आवास के तहत सिर्फ दो ही कमरे का आवास उपलब्ध करवाया जाता है, जबकि अबुआ आवास योजना के तहत तीन कमरे का मकान उपलब्ध करवाया जाता है, जिसके कारण अबुआ आवास की मांग ज्यादा है, कई लोग पीएम आवास के बजाय अबुआ आवास योजना का लाभार्थी बनने की चाहत रखते हैं. सुप्रियो भट्टाचार्य का यह बयान इसी संदर्भ में है.
पोटो हो पर सियासत की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी जी 2014 से बार बार कहते थे कि 2022 तक देश के सभी परिवारों का अपना घर होगा और इसका वादा वो 2014 और 2019 के चुनावों में बार बार करते थे। लेकिन हकीकत ये हुआ कि 2021-22 से पीएम आवास योजना को ही बंद कर दिया। झारखंड सरकार ने अपने संसाधन से अबुआ आवास योजना के तहत… pic.twitter.com/4YnTmIdcPw
— Supriyo Bhattacharya (@Supriyo__JMM) September 15, 2024
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा जमशेदपुर की सभा में पोटो हो को याद करने पर भी सियासत की शुरुआत हो चुकी है. सुप्रियो भचट्टाचार्य ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि आज तक पीएम मोदी को पोटो हो की याद नहीं आयी, अब जब हेमंत सोरेन ने पोटो हो के नाम पर युवाओं के लिए महत्वाकांक्षी योजना पोटो हो ग्रामीण खेल योजना की शुरुआत की, तो पीएम मोदी को अचानक से पोटो हो की याद आने लगी. जब वे संथाल जाते हैं तो फूलो-झानो योजना से उन्हे फूलो-झानो की याद आती है, प्रधानमंत्री को झारखंड के प्रतीकों के विषय में जानकारी के लिए भी हमारी योजनाओं का सहारा लेना पड़ता है.