स्पीकर ने बाबूलाल, बंधु और प्रदीप पर जारी किया नोटिस, 23 नवंबर तक मांग जबाब
रांची : राज्य में दल-बदल की मामला ने राजनीति रंग ले लिया है. झारखंड के विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो (Assembly Speaker Ravindra Nath Mahato) ने दल-बदल वाद 1/2020 दर्ज करते हुए तीनों विधायकों बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) , बंधु तिर्की और प्रदीप यादव के खिलाफ नोटिस जारी किया है.
तीनों नेताओं को 23 नवंबर तक न्यायाधिकरण के समक्ष स्वयं अथवा अधिकृत अधिवक्ता (Authorized advocate) के माध्यम से अपना पक्ष रखने को कहा गया है. अध्यक्ष ने कार्यालय से जारी नोटिस में जारी पत्राचार का भी उल्लेख किया है.आपको बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने बाबूलाल मरांडी को बीजेपी के विधायक दल का नेता मानने से इनकार कर दिया है.
जबकि निर्वाचन आयोग ने इसके स्वीकृती पहले ही दे चुकी है. 2019 के विधानसभा चुनाव में झाविमो के सिंबल से धनवार से बाबूलाल मरांडी, मांडर से बंधु तिर्की और पौड़याहाट से प्रदीप यादव चुनाव जीते थे. विधानसभा चुनाव (Assembly elections) जीतने के बाद झाविमो का विलय बीजेपी में हो गया. जिसका विरोध बंधु तिर्की और प्रदीप यादव ने किया तो उन्हें दलिय अनुशासनहीनता (Party indiscipline) के आरोप लगाते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.
दोनों विधायक कांग्रेस के मुख्य कार्यालय दिल्ली में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. लेकिन चुनाव आयोग (Election commission) से अनुमति नहीं मिली. प्रदीप यादव और बंधु तिर्की की ओर से 10 अनुसूची का हवाला देते हुए कहा गया कि पिछले विधानसभा में झाविमो के 10 विधायकों में से 6 विधायक बीजेपी शामिल हुए थे. तो स्पीकर ने न्यायाधिकरण ने मंजूरी प्रदान की है. उसी के आधार पर उनके कांग्रेस में विलय के अनुमति देने का आग्रह किया गया था.