केंद्र शासित जम्मू कश्मीर के पहले पाॅलिटिकल एलजी मनोज सिन्हा को निबटना होगा इन चुनौतियों से
Manoj Sinha is New Lieutenant Governor of Jammu and Kashmir

Manoj Sinha to be the new Lieutenant Governor of Jammu and Kashmir as President Kovind accepts the resignation of Girish Chandra Murmu. pic.twitter.com/QPS5D1jO8h
— ANI (@ANI) August 6, 2020
गिरिश चंद्र मुर्मू गुजरात कैडर के आइएएस अधिकारी हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं. वे मोदी के मुख्यमंत्री रहते उनके साथ वहां काम कर चुके हैं. ऐसे में उन्हें अब केंद्र में कैग नियुक्त किए जाने की संभावना है. मौजूदा कैग राजीव महर्षि का कार्यकाल इस दो दिन बाद आठ अगस्त को समाप्त हो रहा है.
मनोज सिन्हा एक तेज-तर्रार नेता हैं और मोदी सरकार – वन में केंद्र में स्वतंत्री प्रभार के राज्य मंत्री के रूप में उनके कामकाज का शानदार रिकार्ड रहा है. वे गाजीपुर से 2019 में राजनीतिक समीकरण की वजह से गाजीपुर से चुनाव हार गए. उस समय भी यह मांग उठी थी कि उन्हें राज्यसभा भेजा जाए व केंद्र में मंत्री बनाया जाए ताकि उनकी प्रतिभा का भरपूर उपयोग हो सके.
अब मनोज सिन्हा को जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल के रूप में अधिक चुनौती पूर्ण जिम्मेवारी का निर्वाह करना होगा. कश्मीर एक संवेदनशील इलाका है. वहां आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव सहित अन्य निर्णय लेने होंगे. सुरक्षा व आतंकवाद जैसी चुनौतियां भी हैं. आतंकवादी अब लागातर लोकल बाॅडी के प्रमुखों व राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या कर रहे हैं. धारा 370 को हटाए जाने के बाद भी परिस्थितियां बदली हैं. इन तमाम चुनौतियों से तेज-तर्रार मनोज सिन्हा को निबटना होगा.
