हाथरस गैंगरेप केस : डीएम ने महिला पत्रकार को कहा, आप रात ढाई बजे यहां नहीं, कहां थीं मुझे पता है…

हाथरस : हाथरस गैंगरेप कांड से देश हतप्रभ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले को लेकर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और कार्रवाई का निर्देश दिया है. उधर, इस मामले में हाथरस जिला प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में है. हाथरस के जिला प्रशासन पर आरोप है कि पीड़िता का शव का उसने खुद दाह संस्कार कर दिया और परिवार की अंतिम विदाई देने की मांग को न माना और न ही उन्हें अंतिम दर्शन कराया.
इस मामले में पत्रकारों के सवालों को हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार आज जब मीडिया से रू-ब-रू हुए तो वे सवालों को टालते रहे. इसके बाद जब एक महिला टीवी पत्रकार चित्रा त्रिपाठी ने इस संबंध में डीएम से सवाल किया तो चित्रा त्रिपाठी को हाथरस के डीएम ने कहा कि आप ढाई बजे रात में वहां (शव दाह स्थल पर) नहीं थीं, उसके बाद वहां आयी हैं. महिला पत्रकार चित्रा त्रिपाठी ने डीएम को कहा कि आपको यह कैसे पता है कि मैं रात में कहा थी, तो डीएम ने कहा कि हां मुझे पता है, मेरे पास जानकारी है. डीएम इस दौरान सवालों का जवाब टालते रहे.
हाथरस के DM को सुनिए. @chitraaum पूछ रही हैं कि “परिवार को कम से कम चेहरा तो देख लेने देते.”
DM कह रहे हैं, “चित्रा जी आप यहां पर थी नहीं, आप ढाई बजे के बाद आई हैं. आप उस वक्त होटल में थीं. मुझे पता है.”
सवाल क्या है और जवाब क्या है. pic.twitter.com/XHLMs6IDuo
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) September 30, 2020
डीएम ने परिवार की इजाजत के बिना शव का अंतिम संस्कार किए जाने के आरोप को खारिज किया. उन्होंने पत्रकार चित्रा त्रिपाठी को कहा कि मैं दाह संस्कार करने वाले का नाम कैसे बता सकूंगा, आप दाह संस्कार के वक्त होटल में थीं.
दूसरी ओर पीड़िता के पिता ने कहा कि हम बच्ची के अंतिम संस्कार में नहीं शामिल हो पाए. वहीं, मां ने कहा कि हम बेटी को हल्दी लगा कर अंतिम विदाई देना चाहते थे, लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गयी और पुलिस ने खुद दाह संस्कार कर दिया. परिवार वालों का कहना है कि जिस शव का दाह संस्कार किया गया वह हमारी बिटिया का ही था या किसी और का पता नहीं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआइटी बनायी है जिसमें एक महिला एवं एक दलित अधिकारी को शामिल किया गया है.