former CM Champai Soren
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Read More... लोबिन के खिलाफ ताल ठोकेंगे सीएम हेमंत तो चाचा चंपाई को घर में घेरने की तैयारी में कल्पना
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By Devendra Kumar
जिस तरीके से भाजपा बाबूलाल मरांडी, लुईस मरांडी और दूसरे आदिवासी चेहरों को संताल और कोल्हान से मैदान में उतराने की रणनीति पर काम करी है. झामुमो के अंदर इसकी भी रणनीति तैयार हो रही है. भाजपा के एक-एक संभावित चाल पर उसकी नजर बनी हुई है. झामुमो की रणनीति इन सभी चेहरों के सामने कांग्रेस के बजाय अपना चेहरा उतारने की है. जिसके कारण कांग्रेस और झामुमो के अंदर सीटों की अदला-बदली पर भी गहनता के साथ विचार किया जा रहा है दशरथ गागराई और संजीव सरदार का डोलता मन! झामुमो के लिए कितना बड़ा झटका!
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By Devendra Kumar
खरसांवा का जो किला अर्जुन मुंडा के बगावत के बाद झामुमो के हाथ से निकल चुका था, दशरथ गागराई ने अपने चेहरे के बूते उस पर एक बार फिर से झामुमो का झंडा बुलंद कर दिया और सबसे बड़ी बात यह रही है कि तीन-तीन बार के सीएम रहें अर्जुन मुंडा जैसे कद्दावर चेहरे को 12 हजार के एक बड़े अंतर से पराजित करने में सफलता हासिल की, दरशथ गागराई को 'हो' जनजाति का एक बड़ा चेहरा माना जाता है. पीएम मोदी के दौरे के पहले कोल्हान में चंपाई इफेक्ट! रामदास सोरेन को मंत्री बनाना झामुमो पर पड़ा भारी!
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By Devendra Kumar
रामदास सोरेन को मंत्री बनाये जाना दशरथ गागराई को नागवार गुजरा है. दो-दो बार के विधायक और पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा को शिकस्त देने के वाले दशरथ गागराई अपने आप को रामदास सोरेन की तुलना में कहीं बड़ा चेहरा मानते हैं. साथ ही एक संताल के बदले दूसरे संताल पर दांव लगाना भी नाराजगी की बड़ी वजह हो सकती है. 