चीन द्वारा तिब्बत को मिटाने का षड्यंत्र बंद हो: गोनपो
हजारीबाग पहुंची अरुणाचल से निकली मोटरसाइकिल तिब्बती रैली
यह रैली 20 राज्यों से होते हुए दिल्ली में समाप्त होगी. तिब्बती यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष गोनपो धुनदूप एवं संयुक्त सचिव सेरिंग चांफेल के साथ 15 सदस्य टीम इस रैली में भाग ले रही है.
हजारीबाग: तिब्बत यूथ कांग्रेस के द्वारा 12 नवंबर को अरुणाचल प्रदेश से सात राज्यों होते हुए करीब 15000 किलोमीटर की यात्रा कर रही 15 सदस्यीय मोटरसाइकिल रैली हजारीबाग पहुंची. यह रैली 20 राज्यों से होते हुए दिल्ली में समाप्त होगी. तिब्बती यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष गोनपो धुनदूप एवं संयुक्त सचिव सेरिंग चांफेल के साथ 15 सदस्य टीम इस रैली में भाग ले रही है. भारत तिब्बत मैत्री मंच के अध्यक्ष सुदेश कुमार चंद्रवंशी के द्वारा हजारीबाग तिब्बती स्वेटर मार्केट, केशव हाल में अंग वस्त्र ओढ़ाकर स्वागत किया गया.
इस अवसर पर अध्यक्ष गोनपो ने बताया कि भारत सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हम आग्रह करते हैं कि वह चीन पर दबाव डालें ताकि वह तिब्बती संस्कृति को मिटाने के अवैध प्रयासों को रोक सके और तिब्बती लोगों के सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के अधिकारों का सम्मान करें. उन्होंने कहा कि भारत सरकार और भारतीय जनता को उनकी एकजुटता एवं समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद तथा भारत की दीर्घकालिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तिब्बत की ऐतिहासिक स्वतंत्र स्थिति का समर्थन करने वाला प्रस्ताव अपने लिए भारत सरकार से आग्रह करते हैं. चीन द्वारा तिब्बत के प्राकृतिक संसाधनों के शोषण को रोकने के लिए भारत के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय के द्वारा चीन पर दबाव डालने का आग्रह करते हैं. उन्होंने कहा, हजारों वर्षों तक तिब्बत एक स्वतंत्र देश के रूप में अपने पड़ोसी देश के साथ संस्कृतिक और सभ्यतागत आदान-प्रदान के माध्यम से सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है. 1959 में चीन पीपल्स रिपब्लिक द्वारा तिब्बत पर अवैध रूप से कब्जा करने के बाद ऐतिहासिक रूप से शांतिपूर्ण भारत तिब्बत सीमा को नष्ट कर दिया है. तिब्बत अगर आजाद रहेगा तो भारत की सीमा 1959 की तरह सुरक्षित रहेगी.
मौके पर भारत तिब्बत मैत्री मंच के अध्यक्ष सुदेश कुमार चंद्रवंशी ने अपने संबोधन में बताया की आज के समय में कोई भी देश दूसरे देश पर अवैध रूप से कब्जा नहीं कर सकता है इसलिए चीन तिब्बत को पूर्ण रूप से आजाद करें. उन्होंने भारत की संसद तथा सांसदों से अपील किया की परम पावन दलाई लामा जी को भारत रत्न से सम्मानित करें. मौके पर छीमें रिंजिन, थींले कुंगा, समेटना डोल्मा, करमा टापटेन,सोनम टोस्मो, शैलेश कुमार चंद्रवंशी, हितेश रंजन, शिवम सिंह आदि कई लोग उपस्थित थे.