ट्विटर पर क्यों टाॅप ट्रेंड बन गया #उड़ता_बिहार_मरता_भूमिहार?
पटना : ट्विटर पर आज दोपहर बाद उड़ता बिहार, मरता भूमिहार टाॅप ट्रेंड बन गया. शाम साढे चार बजे तक इस हैशटैग पर 12.8 हजार के करीब ट्वीट किए जा चुके थे. लोग इस हैशटैग पर ट्वीट कर बिहार में जातीय टकराव की वापसी की बात कह रहे हैं और राज्य सरकार से अपनी नाराजगी जता रहे हैं. दरअसल, इस हैशटैग की शुरुआत अखबार की एक खबर से हुई, जो गया जिले के कोंच थाना क्षेत्र के सिंदुआरी गांव की हैं. इस गांव में बुधवार को चार लोगों को गोली मार दी गयी, जिसमें दो की मौत हो गयी, जबकि दो घायल हो गए. पंखा खरीदने कोंच बाजार में गए युवक से विवाद हुआ था. इस मामले में जदयू के जिला सचिव सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
This is a horrendous incident. Our cm @NitishKumar , dpy cm @SushilModi always brags about their so called “सुशाशन का सरकार” , but in reality it is just an illusion. @girirajsinghbjp #उड़ता_बिहार_मरता_भूमिहार pic.twitter.com/PuwcjDVmwr
— Rohit Kumar (@RohitKu07846453) May 7, 2020
राजन नामक ट्विटर हैंडल से लिखा गया: बिहार में जातीय हिंसा वापस लौट गयी है. गया जिले में भूमिहार जाति के पांच निहत्थे लोगों को दिन के उजाले में गया जिले में गोली मार दी गयी. यह घटना भूमिहारों को अपनी आत्मरक्षा के लिए फिर से रणवीर सेना के गठन के लिए प्रेरित कर सकती है.
#उड़ता_बिहार_मरता_भूमिहार
shame on bihar government, how people are being killed…No Law and Order. #Jungalraj 2.0 #उड़ता_बिहार_मरता_भूमिहार pic.twitter.com/kqdXbLEXZZ— Shashank shekhar (@sshashank1997) May 7, 2020
प्रभात सी सिंह नामक ट्विटर हैंडल से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जातीय हिंसा रोकने की मांग की गयी. एक व्यक्ति ने लिखा कि इस लकवा ग्रस्त सरकार के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है. साकेत बिहारी शर्मा ट्विटर हैंडल से आग्रह किया गया कि इस मामले में केंद्र सरकार अवश्य राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगे. कुछ लोगों ने इस मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से हस्तक्षेप की मांग की.