झामुमो विधायक के बदले तेवर, मोदी को बताया आइडियल
On

रांची: झामुमो से मांडू विधायक जेपी पटेल का झामुमो से मोह भंग हो गया है। उन्होंने महागठबंधन को स्वार्थी तबकों का गठबंधन करारते हुये अपना चोला बदल लिया है। अब गुरुजी व हेमंत सोरेन से हटकर उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी भा गये हैं। लोस चुनाव में मतदान से पूर्व लगे इस तगड़े झटके ने जेएमएम को झंकझोर दिया है।
शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता के दौरान जेपी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व देश मेरे लिए सबसे अहम हैं। देश को सिर्फ मोदी ही चला सकते हैं। जेपी पटेल ने कहा कि राज्य मैं जहां- जहां स्व.टेकलाल महतो के समर्थक होंगे वहां- वहां मैं भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार करूंगा। उन्होंने पार्टी पर अपनी अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक जेएमएम से रिजाइन नहीं किया है, पार्टी पर इसका फैसला छोड़ दिया है। देश व राज्य के हित में मैंने यह फैसला लिया है। महागठबंधन को उन्होंने स्वार्थ गठबंधन बताया। उन्होंने कहा कि पार्टी इसे जो समझे, लेकिन मेरे मन में मोदी हैं। जेपी पटेल झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापकों में से एक स्व. टेकलाल महतो के पुत्र हैं और मांडू से लगातार दो बार विधायक चुने गए हैं।
हेमंत पर पद लोलुपता का आरोप:
जेपी पटेल ने झामुमो को छोड़ने का मन बना लिया है , उनकी बोली से ये साफ है। पटेल ने साफ कहा कि झामुमो महज वन मैन शो बनकर रह गई है। कहा कि हेमंत सोरेन अपना पद खुद ले लेते हैं, विडंबना ये है कि इसमें पार्टी के अन्य लोगों की कोई राय नही ली जाती है। पार्टी छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह तो आने वाला समय बताएगा चुनावी नतीजों से मेरे फायदे व नुकसान का अंदाजा भी लग जायेगा। पार्टी द्वारा कार्रवाई पर के बाबत पूछे प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम भी बागी है। उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन ऊपरी नेताओं के बीच बनता है विधायक, पार्टी कार्यकर्ताओं व मतदाताओं कि कोई राय इसमें नहीं ली जाती हैं।
कहा कि मैं भी गठबंधन से उम्मीदवार था, हजारीबाग या गिरिडीह से चुनाव लड़ने का इच्छुक था , लेकिन गठबंधन ने मुझे इस लायक नहीं समझा। उन्होंने कहा कि देश के हालात एनडीए ही ठीक कर सकती है एनडीए ने ही झारखंड अलग राज्य दिया था स्वर्गीय टेकलाल महतो विनोद बिहारी और शिबू सोरेन झामुमो का गठन किया था लेकिन आज इस में केवल एक व्यक्ति की ही चल रही है। टेकलाल बाबू की राजनीतिक विरासत को मटिया मेट करने की साजिश चल रही है। इसके पूर्व पार्टी नेताओं की एक बैठक विधायक आवास पर आयोजित की गई। जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे जहां सर्वसम्मति से राजग उम्मीदवारों के समर्थन का निर्णय लिया गया। बहरहाल ऐसे में राजनीति जानकार मान के चल रहे हैं, पटेल के इस बगावती तेवर से झामुमो को जोर का झटका धीरे से लग सकता है।
Edited By: Samridh Jharkhand