कानपुर इनकाउंटर : शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र की वायरय चिट्ठी की जांच के बाद खुलेंगे कई राज
कानपुर : कानपुर इनकाउंटर मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. दो-तीन जुलाई की मध्यरात्रि गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने गांव बिकारू में आठ पुलिस वालों पर गोलियों की बौछार कर हत्या कर दी थी. उसने सबसे बेरहमी से सर्किल आफिसर देवेंद्र मिश्रा को मारा. बिल्हौर के सीओ देवेंद्र मिश्रा पुलिस महकमे के वह शख्स थे जिनसे गैंगस्टर विकास दुबे खौफ खाता था. उसे यह भय था कि वे उसका इनकाउंटर कर सकते हैं. देवेंद्र मिश्र ने ही विकास दुबे के बारे में वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट की थी और हालात के भयावह होने का संकेत दिया था.
देवेंद्र मिश्र के पत्र की जांच

हमें इसके (विकास दुबे)बारे में भी ये सूचना मिली थी कि वो अपने घर में हथियार छिपा के रखता है। पूरे घर को सर्च किया गया तब इसके घर से 2 किलो विस्फोटक पदार्थ, 6 तमंचे,15 देशी बम, 25 कारतूस बरामद हुए हैं: यूपी के ADG (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार #KanpurEncounter https://t.co/8eYnnaphWF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 7, 2020
मंगलवार को यूपी के एडीजी लाॅ एंड आॅर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि मीडिया में यह वायरल है कि कानपुर एनकाउंटर में अपनी जान गंवाने वाले सर्किल आफिसर देवेंद्र मिश्रा ने एक पत्र लिखा था. इसकी जांच के लिए डीजीपी ने एक आइजी स्तर के अधिकारी को भेजा है. जांच में सच सामने आएगा. उन्होंने कहा है कि एक आडियो क्लिप भी जारी हुआ है, लेकिन उसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है. तत्कालीन एसएसपी, पुलिस स्टेशन इंचार्ज और सर्कल आफिसर के बीच बातचीत चल रही है. इसकी सत्यता के बारे में जांच करायी जा रही है.
अन्य घायल पुलिसकर्मी अब खतरे से बाहर
एडीजी लाॅ एंड आर्डर ने कहा है कि अगर जरूरत होगी तो सर्किल आफिसर के कंप्यूटर की फारेंसिक जांच भी कराएंगे. उन्होंने कि कानपुर मुठभेड़ में घायल हुए लोगों की स्थिति अब ठीक है. सब लोग खतरे से बाहर हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन जबतक हम विकास दुबे और उसके साथियों को गिरफ्तार नहीं कर लेते हैं तब शांत नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी 40 टीमें एसटीएफ इसमें लगातार कार्य कर रही हैं. प्रशांत कुमार ने बताया कि विकास दुबे के घर से दो किलो विस्फोटक, छह तमंचे, 15 देशी बम, 25 कारतूस बरामद किए गए हैं.
