Krishna
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... जमीन से पाताल की गहराई: पौराणिक और वैज्ञानिक नज़रिए से
Published On
By Sujit Sinha
ताल की अवधारणा को पौराणिक कहानियों और विज्ञान दोनों अलग-अलग तरह से परिभाषित करते हैं. कहानियों में यह पृथ्वी के नीचे की एक रहस्यमयी और अनंत दुनिया है, जबकि विज्ञान इसे पृथ्वी के केंद्र तक की मापी गई गहराई (6,371 किमी) मानता है. हालाँकि, इंसान अभी तक केवल 12.3 किमी की गहराई तक ही पहुँच पाया है Hazaribagh News: इस्कॉन द्वारा मनाया गया गौर पूर्णिमा महोत्सव, भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता हुई शामिल
Published On
By Samridh Desk
इस्कॉन हजारीबाग द्वारा पीटीसी चौक स्थित बंशीधर कलोनी में श्री गौर पुर्णिमा महा महोत्सव का आयोजन किया गया। मौके पर भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ एक आध्यात्मिक संगठन है जो भगवान कृष्ण की भक्ति और गौड़ीय वैष्णववाद के सिद्धांतों को बढ़ावा देता है। नवरात्रि का छठा दिन: जानें मां कात्यायनी का स्वरूप, पूजन विधि एवं मंत्र
Published On
By Subodh Kumar
महर्षि कात्यायन की कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर उनकी पुत्री के रूप में पैदा हुई थीं. महर्षि कात्यायन ने इनका पालन-पोषण किया तथा महर्षि कात्यायन की पुत्री और उन्हीं के द्वारा सर्वप्रथम पूजे जाने के कारण देवी दुर्गा को कात्यायनी कहा. 