Economic Development
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Read More... धनतेरस: समृद्धि, स्वास्थ्य, आस्था और वैश्विक सांस्कृतिक एकता का प्रतीक पर्व
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By Mohit Sinha
धनतेरस भारत का केवल धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि समृद्धि, स्वास्थ्य, पर्यावरणीय संतुलन और सामाजिक एकजुटता का वैश्विक प्रतीक बन चुका है। वर्ष 2025 में यह पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। वैदिक परंपरा से जुड़ा यह दिन भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने का प्रतीक है, जो आयुर्वेद और आरोग्य के देवता माने जाते हैं। आधुनिक युग में धनतेरस आर्थिक उत्सव के रूप में भी उभरा है, जहाँ सोना, चांदी, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की खरीद शुभ मानी जाती है। यह दिन “ग्रीन धनतेरस” और “ग्लोबल आयुर्वेदा वैलनेस डे” जैसी पहलों से पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाता है। साथ ही डिजिटल युग में यह त्योहार ऑनलाइन व वित्तीय निवेश के नए स्वरूपों से जुड़ गया है। धनतेरस आज नारी सशक्तिकरण, वित्तीय साक्षरता और वैश्विक भारतीय संस्कृति का प्रतीक बनकर नई चेतना और साझा समृद्धि का संदेश दे रहा है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र में 91वाँ स्थापना दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ आयोजित
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By Mohit Sinha
रांची: बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने बीएनआर चाणक्य में 91वां स्थापना दिवस मनाया, वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने उद्घाटन किया और बैंक की वित्तीय समावेशन एवं डिजिटल सेवाओं की सराहना की। हमारा संकल्प हर गांव स्वस्थ, हर महिला सक्षम एवं हर घर समृद्ध: दीपिका पाण्डेय सिंह
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By Sujit Sinha
दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता ये सभी विषय आपस में गहराई से जुड़े हुए हैं और इन पर प्रभावशाली कार्य तभी संभव है इनसे से जुड़े संबंधित विभाग आपस में समन्वय बना कर काम करें Climate कहानी: क्लीन एनर्जी लक्ष्यों के लिए सरकारी सहयोग ज़रूरी: रिपोर्ट
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By Climate कहानी
सेंटर फॉर स्टडी ऑफ साइंस, टेक्नॉलॉजी एंड पॉलिसी (सीएसटीईपी) और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट (आईआईएसडी) की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत सोलर पीवी और बैट्री एनर्जी स्टोरेज (बीईएसएस) के लक्ष्यों को बिना अतिरिक्त सरकारी वित्तीय मदद के पूरा कर सकता है. 