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Read More... Opinion: हिन्दुत्व या पीडीए उत्तर प्रदेश में कौन पड़ रहा है भारी?
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By अजय कुमार, लखनऊ
अखिलेश यादव ने 2023 में पीडीए का नारा दिया था, जिसका मतलब है पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक. यह रणनीति सपा के पारंपरिक मुस्लिम-यादव (एम-वाई) वोट बैंक को विस्तार देने की कोशिश थी. सपा ने हमेशा यादव और मुस्लिम समुदायों पर निर्भरता दिखाई Opinion: केशव मौर्य के सहारे भाजपा का ओबीसी दांव, संगठन और सत्ता के संतुलन से 2027 की तैयारी
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By अजय कुमार, लखनऊ
उत्तर प्रदेश में भाजपा का प्रदर्शन लोकसभा चुनाव में चिंताजनक रहा. जहां 2019 में भाजपा ने सहयोगियों सहित 64 सीटें जीती थीं, वहीं 2024 में यह संख्या घटकर 36 रह गई. इसमें भी भाजपा अकेले 33 सीटें जीत पाई, जबकि सपा-कांग्रेस गठबंधन ने 43 सीटों पर कब्जा जमाकर स्पष्ट संकेत दे दिया कि विपक्ष की सामाजिक रणनीति ने भाजपा के परंपरागत वोट बैंक में सेंध लगाई है. 