चाईबासा: मंत्री दीपक बिरुवा ने कहा झारखंड आंदोलनकारियों को दिलाया जाएगा उचित सम्मान, बलिदान और संघर्ष को भी किया याद
संघर्ष व बलिदान के फलस्वरूप अलग राज्य झारखंड का निर्माण हुआ: दीपक बिरुवा
उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि जिस तरह से झारखंड आंदोलनकारियों को मान सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाया, उन्हें उचित सम्मान मिले इसके लिए हम प्रयासरत हैं।
चाईबासा: जमशेदपुर करनडीह के दिशोम जाहेर सभागार में रविवार को झारखंड आंदोलनकारियों का एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माननीय मंत्री श्री दीपक बिरुवा उपस्थित हुए।
कार्यक्रम में मंत्री जी को बुके स्वागत किया गया। वहीं आंदोलनकारियों ने अपना विचार व्यक्त करते हुए सभी आंदोलनकारियों को समान रूप से उचित सम्मान दिलाने की बात कही। चुकी आज भी झारखंड आंदोलनकारी अपनी हक और अधिकार एवं सम्मान को लेकर तरस रहे हैं। वहीं आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग द्वारा छूटे आंदोलनकारियों को चिन्हित कर सम्मान दिलाने की बात कही गई।
वहीं सभी आंदोलनकारियो को पुन: एकजुट होने का आह्वान किया गया। मंत्री जी ने कहा कि सभी के सामूहिक प्रयास, त्याग, संघर्ष व बलिदान के फलस्वरूप अलग राज्य झारखंड का निर्माण हुआ। इस आंदोलन ने हमारी सांस्कृतिक विरासत को भी मजबूत किया है। कहा कि इस आंदोलन में हजारों हजार साथियों ने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े थे, भले ही सभी चिह्नित नहीं हुए हों, पर सभी के बल से प्रयास से यह सफल हुआ। मंत्री जी ने कहा कि यह गौरवान्वित क्षण है, जिसमें आप सबों की भूमिका अहम रही, सबने कई तरह की यातनाएं झेली, जेल गए, अंततः हमें झारखंड मिला।
उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि जिस तरह से झारखंड आंदोलनकारियों को मान सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाया, उन्हें उचित सम्मान मिले इसके लिए हम प्रयासरत हैं। आंदोलनकारियों के मुकदमा वापसी समेत अन्य मान सम्मान को लेकर माननीय मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों के बलिदान और संघर्ष को याद करते हुए उन्हें उचित सम्मान दिलाया जाएगा। मौके पर पूर्व विधायक सह झारखंड आंदोलनकारी मंगल सिंह बोबोंगा, आसमान सुंडी, सीआर मांझी, बुधराम सोय, दिलबहादुर प्रधान, शेख बदरुद्दीन, स्वपन कुमार सिंहदेव, रोजलिन तिर्की समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।