चाईबासा नरसंहार के लिए महागठबंधन की सरकार जिम्मेदार, जल्द हो गिरफ्तारी : अमर बाउरी


तुष्टिकरण की राजनीति के लिए हेमंत सरकार ने अराजकता को प्रोत्साहन दिया
नरसंहार ने सिद्ध किया कि जंगल राज की वापसी हुई : दिनेश
जमशेदपुर : चाईबासा में पत्थलगड़ी विरोधी सात लोगों की निर्मम हत्या मन को द्रवित करने वाली है. इस नरसंहार के लिए यूपीए गठबंधन की सरकार पूरी तरह से जिम्मेवार है. उक्त बातें रघुवर सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चंदनकियारी के विधायक अमर कुमार बाउरी ने कही. बुधवार को जमशेदपुर पहुंचे पूर्व मंत्री ने परिसदन में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली महागठबंधन की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इस नरसंहार के लिए जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तुष्टीकरण की राजनीति के उद्देश्य से अराजकता को प्रोत्साहन दिया है. लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत निर्वाचित उप.मुखिया समेत अन्य छह लोगों की निर्मम हत्या सरकार के मंसूबे को उज़ागर कर रही है.
एक ओर जेएमएम के बड़े नेता लोगों को हथियार उठाने के लिए उकसाते हैं और उसके कुछ दिनों के बाद ही चाईबासा में वीभत्स नरसंहार को अंजाम दिया जाता है. यह दुःखद है. आम जनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार पर थी किंतु ऐसा प्रतीत होता है कि जिम्मेदार लोग ही भक्षण को तैयार बैठे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार में जिस पुलिस ने सूबे में लॉ एंड ऑर्डर दुरुस्त करते हुए पत्थलगड़ी करने वालों के मंसूबे ध्वस्त कर दिए थे. आज वही पुलिस और कानून व्यवस्था बेबस और लाचार हो गयी है. पूर्व मंत्री ने मांग की कि अविलंब हत्यारोपियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाई सुनिश्चित की जाए और मृतकों के आश्रितों के लिए सरकारी नौकरी दी जाए.
इधर पत्रकार वार्ता को संबोधित करने के क्रम में जमशेदपुर महानगर भाजपा के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने भी हेमंत सरकार कार्यकाल में घटित इस नृशंस घटना को निंदनीय बताया. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने भारतीय संविधान को चुनौती देने वाले अराजक तत्वों के मंसूबे ध्वस्त कर कानूनी कार्रवाई की थी. जबकि यूपीए गठबंधन की सरकार ने अराजकता फैलाने के लिए उन्हीं लोगों पर से दर्ज मुकदमे वापस ले लिए. उन्होंने कहा कि सरकार भय और दहशत फैलाकर सूबे को अशांत करना चाहती है. उन्होंने कहा कि झारखंड में कानून का शासन समाप्त हो गया है और जंगल राज वापस आ गया है. पत्रकार वार्ता के दौरान झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री अमर बाउरी, जमशेदपुर महानगर भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार सहित वरिष्ठ भाजपा नेता रमेश हांसदा भी मौजूद थे.