Giridih News: रेड क्रॉस शाखा की संयुक्त सचिव निकिता गुप्ता को डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजा गया
यह सम्मान मेरे लिए गर्व की बात है: डॉ. निकिता गुप्ता
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डॉ. निकिता गुप्ता ने अब तक 32 बार रक्तदान कर समाज के लिए अनुकरणीय मिसाल पेश की है। उनके इस निस्वार्थ योगदान के लिए उन्हें पूर्व में भी झारखंड सरकार द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। लंबे समय से समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय डॉ. गुप्ता जरूरतमंदों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रही हैं। उनकी स्वतंत्र सोच, मजबूत इरादे और सामाजिक प्रतिबद्धता ने उन्हें समाज में एक प्रेरणास्रोत के रूप में स्थापित किया है। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना है, बल्कि समाज सेवा में महिलाओं की सशक्त भूमिका को भी उजागर करता है।
गिरिडीह: रेड क्रॉस गिरिडीह शाखा की संयुक्त सचिव निकिता गुप्ता को समाज सेवा और रक्तदान के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए वर्ल्ड कल्चर एंड एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन कमीशन (आयोग भारत सरकार) द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें प्रधानमंत्री संग्रहालय, नई दिल्ली में आयोजित भव्य समारोह में प्रदान किया गया। अब वे डॉ निकिता गुप्ता के रूप में जानी जाएगी। गौरतलब है कि डॉ. निकिता गुप्ता गिरिडीह जिले की पहली महिला हैं, जिन्हें इस प्रतिष्ठित डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मिनाक्षी लेखी (भारत सरकार की विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री), स्वाति मालीवाल पुर्व राष्ट्रीय माहिला आयोग अध्यक्ष (राज्यसभा सांसद), कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी (सेवानिवृत्त) (वीर चक्र सम्मानित), एवं आचार्य येशी फुंत्सोक (उपाध्यक्ष, तिब्बती संसद- इन-एग्जाइल) उपस्थित रहे।
डॉ. निकिता गुप्ता ने अब तक 32 बार रक्तदान कर समाज के लिए अनुकरणीय मिसाल पेश की है

उनकी स्वतंत्र सोच, मजबूत इरादे और सामाजिक प्रतिबद्धता ने उन्हें समाज में एक प्रेरणास्रोत के रूप में स्थापित किया है। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना है, बल्कि समाज सेवा में महिलाओं की सशक्त भूमिका को भी उजागर करता है।
यह सम्मान मेरे लिए गर्व की बात है
इस अवसर पर डॉ. निकिता गुप्ता ने कहा,"यह सम्मान मेरे लिए गर्व की बात है। समाज की सेवा करना मेरा जुनून है और आगे भी मैं इसी भावना के साथ जरूरतमंदों की मदद के लिए काम करती रहूंगी। उनकी यह उपलब्धि गिरिडीह जिले के लिए भी गर्व का विषय है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।