प्रेमिका के धोखे से आहत कैदी ने जेल में लगाया फांसी, हालत नाजुक
दुष्कर्म मामले में 22 साल की सजा काट रहा था कैदी
धनबाद मंडल कारा में उस समय हड़कंप मच गया जब 22 साल की सजा काट रहा सजा काट रहा कैदी जितेंद्र रवानी ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसने आत्महत्या से पहले अपनी हथेली पर प्रेमिका और उसके पिता का नाम लिख सुसाइड नोट छोड़ा.
धनबाद: धनबाद मंडल कारा में उस समय हड़कंप मच गया जब 22 साल की सजा काट रहा सजा काट रहा कैदी जितेंद्र रवानी ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसने आत्महत्या से पहले अपनी हथेली पर प्रेमिका और उसके पिता का नाम लिख सुसाइड नोट छोड़ा। वार्ड में फंदे से झूलते देख अन्य कैदियों ने उसे बचाने की कोशिश की और जेल प्रशासन की मदद से गंभीर हालत में एसएनएमएमसीएच भेजा गया।

नाबालिग से दुष्कर्म मामले में 22 साल की सजा काट रहा था कैदी
यह घटना धनबाद मंडल कारा में कैद सजा काट रहे कैदी जितेंद्र रवानी से जुड़ी है, जिसे नवंबर 2024 में नाबालिग से दुष्कर्म मामले में कोर्ट ने 22 साल की सजा सुनाई थी। केंदुआडीह थाना क्षेत्र के गोधर निवासी जितेंद्र रविवार देर रात अपने वार्ड में फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। अन्य कैदियों की नजर पड़ने पर तत्काल उसे बचाया गया और गंभीर हालत में एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार, आत्महत्या से पूर्व उसने अपनी हथेली पर पेन से प्रेमिका के नाम सुसाइड नोट लिखा, जिसमें प्रेम में धोखा मिलने और गलत आरोप में फंसाए जाने की बात कही। उसने इसके लिए प्रेमिका और उसके पिता को जिम्मेदार ठहराया। फिलहाल आईसीयू में उसका इलाज पुलिस सुरक्षा के बीच जारी है। इस घटना से जेल प्रशासन और परिजनों में खलबली मच गई है।
Mohit Sinha is a writer associated with Samridh Jharkhand. He regularly covers sports, crime, and social issues, with a focus on player statements, local incidents, and public interest stories. His writing reflects clarity, accuracy, and responsible journalism.
