manisha srivastava
साहित्य 

सावन, सेज, साजन तब सावन बने मनभावन

सावन, सेज, साजन तब सावन बने मनभावन सावन, सेज, साजन तब सावन बने मनभावन। अब जब इनका संयोग ना बने तो फिर उत्पन्न होता है विरह। और जब विरह उत्पन्न होता है तो कंठ से फूटता है “हरि- हरि प्रीतम गए परदेश जिया नाही लागे रे ननदि”।...
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मनोरंजन 

गायिका मनीषा श्रीवास्तव का लाॅकडाउन में मजदूरों के हाल पर गाया गाना हो रहा लोकप्रिय

गायिका मनीषा श्रीवास्तव का लाॅकडाउन में मजदूरों के हाल पर गाया गाना हो रहा लोकप्रिय पटना: बिहार की मशहूर लोक गायिका मनीषा श्रीवास्तव ने लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की बेबसी और दर्द को अपना स्वर दिया है. उनका गीत समय के मारल मजदूर हाय राम इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस...
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