कोयला बिजली : नए निवेशों की रफ्तार धीमी, पुराने प्लांटों को बंद करने पर स्थिति अस्पष्ट
ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर के नौवें वार्षिक सर्वे की मानें तो भविष्य में अपने कोयले के इस्तेमाल को लेकर भारत वैश्विक स्तर पर मिलेजुले संकेत भेजता रहा है। कोल प्लांट पाइप लाइन पर होने वाले इस सर्वे के मुताबिक़ जहां एक ओर नयी कोयला बिजली परियोजनाओं की कमीशनिंग बीते वर्षों में अपने निचले स्तर पर रही
आइफॉरेस्ट की जस्ट ट्रांजिशन फ्रेमवर्क फॉर इंडिया रिपोर्ट क्या कहती है?
रिपोर्ट में जस्ट ट्रांजिशन मंत्रालय के गठन का सुझाव दिया गया है। संभवतः यह पहला मौका है, जब किसी थिंकटैंक ने अपने अध्ययन के आधार पर समन्वय के लिए इसकी जरूरत बतायी है।
सफल एनर्जी ट्रांज़िशन के लिए 2030 तक 35 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश ज़रूरी
विश्व एनर्जी ट्रांज़िशन आउटलुक को पूर्वावलोकन इस दिशा में प्रगति की नाटकीय कमी की चेतावनी देता है, साथ ही यह 1.5 डिग्री सेल्सियस जलवायु लक्ष्य को बनाए रखने के लिए एनर्जी ट्रांज़िशन में सामरिक बदलाव की मांग करता है वैश्विक संकटों के प्रभाव से वैश्विक एनर्जी ट्रांज़िशन अपनी ट्रैक से हट चुका है। बर्लिन
विंड एनर्जी की सप्लाई चेन में निवेश अब बन गया है ज़रूरी
पवन बिजली उद्योग 2025 तक, ओनशोर या तटवर्ती और ऑफशोर या अपतटीय, दोनों बाज़ारों में तेज़ी से आगे बढ़ते हुए वर्ष 2027 तक 680 गीगावाट की रिकॉर्ड स्थापना की उम्मीद कर रहा है। सप्लाई चेन की रुकावटों को दूर करने के लिया नीति निर्माताओं को 2026 से काम करने की ज़रूरत है। इसकी सप्लाई चेन
न्यायसंगत एनर्जी ट्रांज़िशन में प्राइवेट फायनेंस की भूमिका महत्वपूर्ण : अमिताभ कांत
न्यायसंगत एनर्जी ट्रांज़िशन पर एक बार फिर ध्यान खींचने के इरादे से इंटरनेशनल फोरम फॉर एनवायरनमेंट, सस्टेनेबिलिटी, एंड टेक्नालजी (iForest) ने दिल्ली में इस विषय के तमाम नीतिगत और वित्तीय पहलुओं पर बात करने के लिए पहला ग्लोबल जस्ट ट्रांज़िशन डायलॉग आयोजित किया। इस आयोजन का उद्देश्य जस्ट ट्रांज़िशन, या न्यायसंगत एनर्जी ट्रांज़िशन, के राष्ट्रीय
न्यायसंगत एनर्जी ट्रांज़िशन फायनेंसिंग में निभा सकता है भारत महत्वपूर्ण भूमिका : विशेषज्ञ
जी20 देशों के अध्यक्ष के रूप में भारत के पास वैश्विक स्तर पर न्यायसंगत ट्रांज़िशन के वित्तपोषण तथा कई अन्य पहलुओं पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका है। इन पहलुओं में लो कॉस्ट लॉन्ग टर्म रेजीलियंस इन्वेस्टमेंट और जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली क्षति की भरपाई के लिये आमदनी के नए जरिए तलाशने के
भारत में राजस्व के लिए ऊर्जा सेक्टर पर अत्यधिक निर्भरता, विकल्प तलाशना जरूरी : स्टडी
जस्ट ट्रांजिशन रिसर्च सेंटर, आइआइटी कानपुर की एक नई स्टडी में कोयला उद्योग से मिलने वाले राजस्व के परिप्रेक्ष्य में यह सिफारिशें की गई हैं कि ट्रांजिशन के लिए आने वाले समय में कौन-सा कदम उठाया जाना आवश्यक है।
ऊर्जा क्षमता वृद्धि में अगर सौर नंबर वन, तो नंबर दो पर पवन
वैश्विक ऊर्जा थिंक टैंक एम्बर के नए विश्लेषण से पता चलता है कि 2022 में भारत की बिजली क्षमता में वृद्धि का बहुमत (92%) सौर और पवन से चलित था। इस साल, जी20 शिखर सम्मेलन के होने से पहले यह मज़बूत वृद्धि देश के जलवायु नेतृत्व ग्रहण करने के लिए मंच तैयार करती है। कोयला
स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्य के लिए भारत को ढाई गुणा गति से करना होगा क्षमता विस्तार : एंबर
भारत नवीनीकृत ऊर्जा के जरिए जलवायु नेतृत्व की स्थिति में, लेकिन कुछ चुनिंदा राज्य की कर रहे हैं एनर्जी ट्रांजिशन प्रक्रिया की अगुवाई रांची : एनर्जी थिंकटैंक एंबर ने 17 मार्च 2023 को भारत में स्वच्छ .ऊर्जा क्षमता पर अपनी नई रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में स्वच्छ .ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों
क्लीन एनर्जी को तरजीह दिये बिना पीएफसी-आरईसी का मुनाफ़ा व विकास मुश्किल : स्टडी
ऊर्जा क्षेत्र की देश की अग्रिणी सार्वजनिक गैर बैंकिंग वित्तीय कम्पनियां (एनबीएफसी) पीएफसी और आरईसी नई प्रौद्योगिकियों (पवन बिजली सौर ऊर्जा बैटरी स्टोरेज और इलेक्ट्रिक वाहन आदि) के हिसाब से खुद को पर्याप्त रूप से बदल नहीं पाई हैं, जिसके चलते इनके विकास और मुनाफ़ा कमाने की दर ठहरी हुई है। दरअसल ये दोनों ही