
Jagdanand Singh, ANI Photo.
पटना : राजद कार्यालय के लिए पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री से मांगी गयी जमीन पर सवाल-जवाब का दौर जारी है। इस पर मुख्यमंत्री के जवाब देने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने भी प्रतिक्रिया दी थी। अब राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने शनिवार को कहा है कि मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार केवल एक दल के नेता नहीं हैं। इस राज्य के कानून के रक्षक हैं। आपको कानून अनुमति देता है कि आप उपयोग की जमीन को जरूरत के अनुसार अंतर.परिवर्तन करते रहे।
उन्होंने कहा कि राजद कार्यालय के पीछे की जमीन खाली थी लेकिन अब उन्हें तोड़कर व्यवस्था की जा रही है। अभी हमारा कार्यालय कामचलाऊ है लेकिन दो और तीन फ़्लैट से बढाकर जदयू का कार्यालय 66 हज़ार वर्ग फीट हो गया है। बिल्ड अप एरिया से 12 से 14 गुना अधिक विस्तार कर लिया गया है। सड़क को भी कब्जे में कर लिया गया लेकिन हम नहीं कहते की आपने गैर कानूनी काम किया। आप तो खेत में भी सड़क बनाते हैं। गांव को हटाकर हवाई अड्डे का विस्तार भी करते हैं। कोई इसको रोक नहीं सकता लेकिन राजद के मामले में ही कहां से आपके मुंह से आवाज निकल गयी।
उन्होंने कहा कि आप बिहार के मुख्यमंत्री हैं। आपसे अनुरोध है कि यह विषय विवाद का नहीं है। आवश्यकता के आधार पर आप नकार दो लेकिन चलते फिरते जवाब नहीं दीजिये। रिजेक्शन ऑन द ग्राउंड होना चाहिए। क्योंकि, पुल ट्रांसफरेबल है। आप पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में भी आवास ले चुके हैं। मुख्यमंत्री के रूप में भी आवास लिए हैं, तय करें की आप मुख्यमंत्री हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री।
उल्लेखनीय है कि राजद कार्यालय के लिए और अधिक जमीन मांगने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि आसमान से जमीन लाकर नहीं दे सकते। वर्ष 2006 में ही हमारी सरकार आने के बाद राजनीतिक दलों को कार्यालय के उपयोग के लिए जमीन दिया गया था। इस पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम को हिसाब गिनाते हुए कहा था जदयू को कार्यालय के 66 हज़ार स्क्वायर फीट जमीन उपलब्ध है और राजद के लिए मात्र 19 हज़ार स्क्वायर फीट है, जबकि पार्टी के विधायकों की संख्या अधिक है।
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