झूमरी तिलैया में विश्व भक्तामर दिवस का भव्य आयोजन
उप मंत्री जैन नरेंद्र झांझरी ने स्त्रोत्र की महत्ता बताई
झूमरी तिलैया के दिगंबर जैन मंदिर में विश्व भक्तामर दिवस पर सकल जैन समाज द्वारा भक्तामर स्तोत्र का सामूहिक पाठ किया गया। यह आयोजन भगवान महावीर स्वामी के निर्वाण कल्याणक महोत्सव से पूर्व किया गया। देश-विदेश के हजारों जैन समाजजनों ने एक साथ पाठ कर विश्व शांति का संदेश दिया। इस अवसर पर आचार्य 108 प्रणाम सागर जी ने विशेष आशीर्वाद दिया।
कोडरमा: जैन धर्म के वर्तमान शासन नायक देवाधिदेव १००८ भगवान महावीर स्वामी के निर्वाण कल्याणक महोत्सव के पूर्व सकल दिगंबर जैन समाज भारत के द्वारा आयोजित विश्व भक्तामर दिवस पर विश्व के अनेकों देशों सहित सम्पूर्ण भारत वर्ष के सभी मंदिरों में एक साथ आज दिगम्बर जैन मंदिर में सकल जैन समाज झूमरी तिलैया द्वारा स्थानीय पंडित के मुखारबिंद से 9 अक्टूबर को 9 बजकर 9 मिनट 9 सेकेंड पूरे समाज के लोगो द्वारा भक्तामर स्त्रोत्र का पाठ किया गया।

जिसने इस स्तोत्र को पढ़ लिया, समझ लिया, उसने सम्पूर्ण ग्रंथों को, निर्ग्रथों को पढ़ लिया। इस स्तोत्र के पाठ से देश के कोने कोने में शांति की स्थापना होगी। इस कार्यक्रम को विशेष आशीर्वाद जैन संत आचार्य 108 प्रणाम सागर जी महामुनिराज का मिला। मुनि ने औरंगाबाद (महाराष्ट्र) से आह्वान कर सभी को एक सूत्र में बांधते हुवे एक समय मे इस जाप को कराया। इस दिन को विश्व भक्तामर दिवस के रूप में जाना जाएगा और इस महास्तोत्र को विश्व रेकॉर्ड में शामिल किया गया है। इस आयोजन के दौरान विशेष रूप से कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन काला,सुबोध-आशा जैन गंगवाल ललित जैन सेठी,टुन्नू जैन छाबड़ा, जैन राजकुमार अजमेरा मीडिया प्रभारी ने अहम भूमिका निभाई। संध्या में आरती ओर णमोकार चालीसा का पाठ मंदिर परिषद में हुया।
