चाईबासा: हाथियों ने मचाया उत्पात, कई घरों को किया क्षत्रिग्रस्त
क्षेत्र में दर्जनों गांव हाथी प्रभावित गांव बन हुआ है

क्षेत्र के ग्रामीण कैसे अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए मशाल, लाइट, टॉर्च की प्रयोग करके हाथी भगाते हैं। दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी चांडिल और पश्चिम बंगाल से पहुंचे हाथी झुंड ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में आतंक और दहस्त मचा कर रखा है।
चाईबासा: सरायकेला जिला के नीमडीह थाना क्षेत्र के ओड़िया गांव में बीते रात्रि 12 बजे भोजन की तलाश में हाथी की झुंड ने भागीरथ महतो का घर को तोड़ा। घरों को निशाना बनाकर खपरैल ओर एस्बेस्टस घरों को क्षत्रिग्रस्त किया साथ ही घर में रखे अनाज को अपना निवाला बनाया। इस घर के अंदर भागीरथ महतो अपने परिवार के साथ रात्रि में सोए हुए थे।

खपरैल ओर एस्बेस्टस टूटने की आवाज सुनने के बाद भागकर दूसरे घरों में जाकर अपने और परिवार को बचाया। इस क्षेत्र के ग्रामीण कैसे अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए मशाल, लाइट, टॉर्च की प्रयोग करके हाथी भगाते हैं। दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी चांडिल और पश्चिम बंगाल से पहुंचे हाथी झुंड ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में आतंक और दहस्त मचा कर रखा है।
हाथी दिन के उजाले में गांव में प्रवेश करने के साथ उपद्रव करते हैं, केंद्र सरकार ओर राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष करोड़ों रूपये वन एवं पर्यावरण विभाग को मुहैया करते हैं, जंगल में पोष्टिक भोजन और पानी की तलाश में सेंचुरी छोड़कर वन्य जीवजंतु गांव के आसपास छोटे बड़े जंगल में डेरा डाले हुए हैं। चांडिल वन क्षेत्र के अधीन नीमडीह थाना क्षेत्र में दर्जनों गांव हाथी प्रभावित गांव बन हुआ है।