सारधा घोटाला मामले में तृणमूल नेता कुणाल घोष से इडी कर रही पूछताछ, क्या फिर बढेगी ममता की मुश्किलें
कोलकाता : हजारों करोड़ रुपये के सारधा चिटफंड घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष से पूछताछ कर रही है। पूछताछ में शामिल होने के लिए कुणाल घोष कोलकाता स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर आज दिन में पहुंचे।
Kolkata: TMC leader Kunal Ghosh arrives at the office of Enforcement Directorate, to appear before the agency, in connection with the Saradha scam case
He says, “The law will take its own course.” pic.twitter.com/hcBVYnSeVU
— ANI (@ANI) March 2, 2021
कुणाल घोष को पूछताछ में शामिल होने के लिए सोमवार, एक मार्च 2021 को ही प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस भेजा था। इसके बाद कुणाल घोष ने मीडिया से कहा था कि वे मंगलवार को पूछताछ में शामिल होंगे और इस मामले की जांच में सहयोग करेंगे।
52 वर्षीय कुणाल घोष तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद हैं और पत्रकारिता से राजनीति में आए हैं। ममता बनर्जी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था, लेकिन पिछले साल उनका सात साल का निलंबन रद्द कर उन्हें प्रवक्ता की जिम्मेवारी दी थी। ममता बनर्जी के इस कदम को विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा गया था।
Enforcement Directorate has sent a notice to TMC leader Kunal Ghosh to appear before it on 2nd March, in connection with the Saradha scam case.
Kunal Ghosh says, “I will appear before ED tomorrow. I will cooperate in the investigation.”
— ANI (@ANI) March 1, 2021
इससे पहले कुणाल घोष ने 2549 करोड़ के सारधा चिटफंड घोटाले का सबसे बड़ा लाभार्थी ममता बनर्जी को बताया था। कुणाल घोष सारधा मीडिया के सीइओ थे जो सारधा समूह की कंपनी थी। 2013 में समूह द्वारा गलत ढंग से चिटफंड चलाने का खुलासा हुआ था।
23 नवंबर 2013 को पुलिस ने कुणाल घोष को गिरफ्तार किया था। अब विधानसभा चुनाव के ऐलान के बीच कुणाल घोष से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ से तृणमूल अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की परेशानी बढ सकती है।