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Read More... हमारी लड़ाई दिकुओं से नहीं, शोषकों से है': शिबू सोरेन का 1987 का साक्षात्कार
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By Sujit Sinha
यह लेख शिबू सोरेन के साथ हुए एक साक्षात्कार पर आधारित है. इसमें शिबू सोरेन ने 'दिकू' शब्द के सही अर्थ को स्पष्ट करते हुए कहा था कि उनकी लड़ाई गैर-आदिवासियों से नहीं, बल्कि शोषण करने वालों से है. उन्होंने झारखंड आंदोलन, 'धान काटो आंदोलन' और भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ अपने संघर्षों पर खुलकर बात की थी Opinion: दिशोम गुरु शिबू सोरेन झारखंड आंदोलन के अमर नायक का युगांत
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By अजय कुमार, लखनऊ
झारखंड की राजनीति और आदिवासी समाज के एक युग का अंत हो गया है. दिशोम गुरु शिबू सोरेन का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उनका जीवन शोषण, अन्याय और सूदखोरी के खिलाफ एक निरंतर संघर्ष था. उन्होंने अपने पिता सोबरन सोरेन की हत्या के बाद आदिवासियों के अधिकारों के लिए लड़ाई शुरू की, जिसने उन्हें झारखंड का सबसे बड़ा नेता बना दिया. 